Pegasus spyware deal

Pegasus spyware deal:  पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर इजराइली जासूसी स्पाइवेयर पेगासस का मामले में देश की सियासत गरमा गई है। विपक्ष एक बार फिर मोदी सरकार पर हमलावर है। इस मामले में साल 2021 में भी विपक्ष ने केंद्र सरकार के खिलाफ जबरदस्त घेराबंदी की थी। अब एक बार फिर पेगासस जासूसी मामले में केंद्र सरकार के लिए विपक्ष ने घेराबंदी शुरू कर दी है। बता दें कि न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी खबर के बाद कांग्रेस एक बार फिर केंद्र सरकार से जवाब मांग रही है। अखबार की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मोदी सरकार ने 2017 में एक डिफेंस डील में मिसाइल सिस्टम के साथ इसे खरीदा था। ये डील 2 बिलियन डॉलर की थी। हालांकि अखबार की रिपोर्ट में इस बात का कोई सबूत नहीं दिया गया है।

अब कांग्रेस इस मुद्दे पर मोदी सरकार को घेर रही है। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार से जवाब मांगा है। साथ ही पूछा है कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप क्यों हैं। सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने हमारे लोकतंत्र की प्राथमिक संस्थाओं, राज नेताओं व जनता की जासूसी करने के लिए पेगासस खरीदा था। फोन टैप करके सत्ता पक्ष, विपक्ष, सेना, न्यायपालिका सब को निशाना बनाया है। ये देशद्रोह है। मोदी सरकार ने देशद्रोह किया है। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मोदी सरकार ने भारत के दुश्मनों की तरह काम क्यों किया और भारतीय नागरिकों के खिलाफ पेगासस का इस्तेमाल किया?’ उन्होंने कहा, ‘पेगासस के जरिए जासूसी करना देशद्रोह है। कोई भी कानून से ऊपर नहीं है और हम सुनिश्चित करेंगे कि न्याय मिले।

शिवसेना ने भी पेगासस जासूसी मामले में केंद्र सरकार को घेरा

पेगासस जासूसी मामले में कांग्रेस  के साथ शिवसेना ने भी केंद्र पर सवाल उठाए हैं। शिवसेना ने भी न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट सामने आने के बाद बीजेपी पर हमला बोला । शिवसेना ने कहा कि रिपोर्ट से ये साफ हो गया है कि विपक्ष ने जो मुद्दा उठाया था वो सही था। संजय राउत ने कहा, ‘यह लोकतंत्र है क्या? यह तो बहुत ही घटिया तरह की हिटलरशाही है। जो बात हमने एक साल पहले रखी थी। राहुल जी ने भी रखी थी। हम लोगों ने बार-बार इस मुद्दे को उठाया। बीजेपी के बड़े-बड़े लोगों पर भी निगरानी रखी जी रही थी।

संजय राउत ने कहा कि हमारे परिवार के बैंक अकाउंट चेक किए जा रहे हैं, हमारे फोन सुने जा रहे हैं। क्या है यह पूरा मामला। पेगासस स्पाइवेयर के जरिए विपक्ष ने मोदी सरकार पर जासूसी के आरोप लगाए थे। दावा था कि इस स्पाइवेयर की मदद से 300 से ज्यादा भारतीय नंबरों की जासूसी की है। इसमें पत्रकार और नेताओं की निगरानी करना भी शामिल है। मोदी सरकार पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कुछ मंत्रियों और जजों समेत कई वरिष्ठ लोगों की कथित जासूसी का आरोप लगा था। बाद में ये मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा।

शंभू नाथ गौतम