प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु के क्रांतिवीर संगोली रायन्ना रेलवे स्टेशन पर चेन्नई-मैसूर वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये देश की पांचवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है और दक्षिण भारत में इस तरह की पहली ट्रेन है। ये ट्रेन चेन्नई के औद्योगिक केंद्र और बेंगलुरु के टेक एंड स्टार्टअप हब और प्रसिद्ध पर्यटन शहर मैसुरु के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ाएगी। यह सेमी हाईस्पीड ट्रेन चेन्नई और मैसूर के बीच चलेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने इसके साथ भारत गौरव काशी दर्शन ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया । इसके बाद पीएम मोदी ने केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 2 का भी उद्घाटन किया।
इस ट्रेन के किराए की बात करें तो चेन्नई से मैसूरु तक चेयरकार का किराया 1200 रुपये होगा, वहीं, एग्जीक्यूटिव का किराया 295 रुपये होगा। मैसूरु से चेन्नई का चेयरकार का किराया 1365 रुपये और एग्जीक्यूटिव क्लास का किराया 24.85 रुपये होगा. बता दें सुबह को ब्रेकफास्ट की सुविधा मिलेगी। वहीं, वापसी में लंच की सुविधा मिलेगी। इसी कारण से वापसी का किराया ज्यादा है। बता दें कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की इकोनॉमी क्लास के लिए इसका किराया 921 रुपये तय किया गया है और एग्जीक्यूटिव क्लास के लिए इसका किराया 1880 रुपये तय किया गया है। वहीं मैसूर और बंगलुरू के लिए इस ट्रेन का किराया 368 रुपये और 768 रुपये होगा।
अब दक्षिण भारत के बीच बड़े शहरों की कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी। अधिकारियों के मुताबिक अब चेन्नई और बेंगलुरु के बीच का सफर बहुत कम समय में पूरा किया जा सकता है। फिलहाल बेंगलुरु और चेन्नई के बीच शताब्दी एक्सप्रेस, डबल डेकर, चेन्नई मेल और चेन्नई मेल जैसी कई ट्रेनें चल रही है। वहीं वंदे भारत की बात करें तो यह ट्रेन 160 किलोमीटर की अधिकतम स्पीड से चल सकती है। ट्रेन के शेड्यूल की बात करें तो यह ट्रेन (20607) चेन्नई से मैसूरु 5 बजकर 50 मिनट पर चलेगी।
इसके बाद यह 10.20 मिनट बेंगलुरु सिटी जंक्शन पहुंचेगी और फिर वहां से 5 मिनट बाद मैसुरु के लिए रवाना हो जाएगी और 12.20 पर यह यात्रियों को मैसेज पहुंचा देगी। वहीं बेंगलुरु से 14.50 को चलकर यह ट्रेन 19.30 मिनट पर यह चेन्नई पहुंच जाएगी। वंदे भारत की पहली ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के बीच शुरू की गई थी। दूसरी ट्रेन दिल्ली से कटरा के लिए चली थी। तीसरी ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलाई गई है। चौथी ट्रेन नई दिल्ली और अम्ब अन्दौरा के बीच चलाई गई थी।