नोएडा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून-जे-इन ने सोमवार को दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनी सैमसंग की नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का उद्घाटन करने के लिए दिल्ली से ब्लू लाइन मेट्रो मे सफ़र करते हुए नोएडा के बोटैनिकल गार्डन पहुंचे। जहाँ से वे सड़क मार्ग से होते हुए नोएडा सेक्टर 81 स्थित सैमसंग के ऑफिस पहुंचे। वहां पहुचकर प्रधानमंत्री ने सैमसंग के नए मैन्युफैक्चरिंग प्लांट उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी, दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे इन, के अलावा पदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु समेत कई नेता उपस्थति थे। इसी के साथ सैमसंग ‘मेक इन इंडिया’ से जुड़ गया है।
सैमसंग मोबाइल यूनिट का उद्घाटन करते हए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत का शायद ही कोई परिवार होगा जहां कम से कम एक कोरियाई प्रॉडक्ट का इस्तेमाल न होता हो. उन्होंने कहा कि जो बनेगा उसका 30 प्रतिशत एक्सपोर्ट होगा जिससे वैश्विक स्तर पर हमें बढ़त मिलेगी। ‘पिछले कुछ सालों में मोबाइल बनाने वाली कंपनियों की संख्या 2 से बढ़कर 120 हो गई है जिसमें से लगभग 50 कंपनी अकेले नोएडा में हैं।
सैमसंग कंपनी का दावा है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट होगा। नोएडा के सेक्टर 81 में बना यह प्लांट 35 एकड़ में फैला है। जो लगभग 5 हजार करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ है। फिलहाल कंपनी भारत में 6.7 करोड़ स्मार्टफोन बनाती है। इस प्लांट में प्रोडक्शन से इनकी संख्या बढ़कर करीब 12 करोड़ सालाना हो जाएगी। कंपनी का कहना है की उन्होंने भारत में यह यूनिट इसलिए शुरू की क्योंकि भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल मार्केट है और दुनियाभर के 10 फीसदी मोबाइल फोन यहां बिकते हैं।
कोरियाई कंपनी सैमसंग ने भारत मे पहली यूनिट 1990 में शुरू की थी, वर्तमान मे कंपनी के भारत में दो मैन्युफैक्चरिंग प्लांट नोएडा और श्रीपेरुंबदूर में हैं। इसके अलावा देश में पांच रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर हैं। वर्तमान मे सैमसंग कम्पनी द्वारा देश मे 70 हजार लोगों को रोजगार मिला हुआ है।