RestoreOps_LikeRajasthan

RestoreOps_LikeRajasthan : राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के केंद्रीय नेतृत्व के आह्वाहन पर आज उत्तराखंड सहित विभिन्न राज्यों के कर्मचारियों द्वारा ट्विटर पर #RestoreOps_LikeRajasthan अभियान चलाया गया। ट्विटर पर यह दिनभर टॉप पर ट्रेंड करता रहा।  इसमें 11 बजे से 2 बजे तक पचास हजार से भी अधिक ट्वीट किए गए।

राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय महासचिव सीताराम पोखरियाल ने बताया कि राजस्थान सरकार को धन्यवाद ज्ञापित करने के लिए यह अभियान चलाया गया था और इसके जरिए दूसरे राज्य सरकारों को भी पुरानी पेंशन बहाली के लिए दबाव बनाया गया है।

राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय प्रेस सचिव मिलिंद बिष्ट ने कहा कि मोर्चा के प्रयासों से यह पहले ही स्पष्ट हो चुका है कि पुरानी पेंशन केंद्र का नहीं राज्य का विषय है। और राजस्थान सरकार द्वारा इसे बहाल करने का जो साहसिक फैसला लिया है। उसके लिए पूरे देशभर के नई पेंशन योजना से आच्छादित कर्मचारी उन्हें धन्यवाद ज्ञापित करते हैं। पूर्व में वेतन विसंगति समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह से हुई वार्ता के क्रम में भी यह स्पष्ट हो चुका है कि पेंशन राज्य सरकार का विषय है।

राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय अध्यक्ष अनिल बडोनी का कहना है कि 10 मार्च को पांचवीं विधानसभा के परिणाम के बाद पुरानी पेंशन को लेकर उत्तराखंड के कर्मचारी भी आशान्वित हैं।

डॉ. डीसी पसबोला ने कहा उत्तराखण्ड में राज्य के लगभग 60 संगठनो का समर्थन राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा को है और उत्तराखण्ड पहला संगठन है जिसने कार्मिको को एक मांग पूरानी पेंशन के लिए जागरूक करने का कार्य किया है। राजस्थान में पेंशन बहाल होने से उत्तराखण्ड में नई उम्मीद जगी है।

आज के ट्विटर अभियान को सफल बनाने में उत्तराखंड से देवेंद्र बिष्ट, डॉ। दिनेश चंद्र पसबोला, योगेश घिल्डियाल, डॉ। कमलेश कुमार मिश्र, योगिता पंत, रजनी रावत, शशि चौधरी, रश्मि गौड़, रेनु डागला, योगिता पंत, कैलाश गर्ग, नीलम बिष्ट, अंकुश नौटियाल, पुष्पा नेगी, अंकुर रौथाण, अंकित रावत, रणवीर सिंह सिंधवाल,  नरेश कुमार भट्ट, जयदीप रावत, मुरली मनोहर भट्ट, हिमांशु जगूड़ी, राजीव उनियाल, मक्खन लाल शाह, पूरन सिंह फरस्वाण, सतीश कुमार सिंह,  गंगा प्रसाद वैश्विक, संदीप मैठाणी, अजीत नेंगी, प्रदीप जुयाल, विकास थपलियाल, मनोज सैनी आदि पदाधिकारियों द्वारा सहयोग किया गया।