पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा। गांधी परिवार के करीबी और पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि वे मनमोहन सरकार में कानून मंत्री थे। वे 14 साल से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद थे। पार्टी का साथ छोड़ने के साथ ही पूर्व मंत्री ने कांग्रेस को नसीहत भी दी है। अश्विनी ने कहा कि आज पार्टी के ईमानदार और लोकप्रिय नेता कांग्रेस छोड़कर जा रहे हैं, इस बारे में नेतृत्व को विचार करने की जरूरत है।
हालांकि अभी उन्होंने स्पष्ट नहीं किया कि वह अगली सियासी पारी किसके साथ खेलेंगे। यूपीए सरकार में कानून मंत्री रहे अश्विनी कुमार ने 1976 में कांग्रेस जॉइन की थी। वह पंजाब के गुरुदासपुर जिला कांग्रेस कमेटी के संयुक्त सचिव थे। एक दशक बाद उन्हें राज्य कांग्रेस में एक पदाधिकारी नियुक्त किया गया। अश्विनी कुमार एक राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके दिवंगत पिता प्रबोध चंद्र एक स्वतंत्रता सेनानी और गुरदासपुर के कांग्रेस नेता थे, जो पंजाब विधानसभा में विधायक, मंत्री और स्पीकर बने थे।
अश्विनी कुमार साल 2002 से 2016 तक राज्यसभा सांसद रहे हैं। बता दें कि पिछले 2 सालों में कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी छोड़ी है और गौर करने वाली बात यह है कि यह सभी नेता कांग्रेस की यूपीए सरकार में अहम मंत्री पद संभाल रहे थे। वर्तमान में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मार्च 2020 में कांग्रेस छोड़ बीजेपी ज्वाइन कर ली थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार भी गिर गई थी। उसके बाद 2021 में कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे जितिन प्रसाद ने भी कांग्रेस को छोड़ बीजेपी ज्वाइन कर लिया था। पिछले ही महीने कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह ने भी कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ले ली थी।