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नई दिल्ली: सीबीएसई ने इस वर्ष 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में बैठने वाले विद्यार्थीयों को कुछ राहत दी है। 15 फरवरी से शुरू हो रही सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के प्रश्नपत्र के पैटर्न में बदलाव किये हैं। जिससे पेपर आसान हो गया है।

इस बार सीबीएसई द्वारा प्रश्नपत्र के पैटर्न में बदलाव करते हुए ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्नों की संख्या बढ़ा दी गई है। बतादें कि हर बार प्रश्न पत्र में लगभग 10 प्रतिशत प्रश्न ऑब्जेक्टिव टाइप होते हैं। इस साल 25 प्रतिशत प्रश्न ऑब्जेक्टिव टाइप होंगे। इससे छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे अच्छे अंक हासिल कर सकेंगे। अगर कोई विद्यार्थी किसी सवाल को लेकर संशय में है, तो उसके पास सवालों का जवाब देने के लिए 33 फीसदी ज्यादा सवाल होंगे।

इस साल परीक्षार्थी ज्यादा संरचित (स्ट्रक्चर्ड) प्रश्न पत्रों की अपेक्षा कर सकते हैं। हर पेपर को उप-वर्गों में विभाजित किया गया है। उदाहरण के लिए सभी ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्नों को एक जगह वर्ग में रखा जाएगा। इसके बाद ज्यादा नंबर के सवाल एक जगह होंगे। सीबीएसई के अनुसार मौजूदा समय में ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्नों को छोड़कर अन्य सवाल वर्गों में नहीं बंटे होते है और किसी भी क्रम में पूछे जा सकते हैं। विद्यार्थी ज्यादा व्यवस्थित तरीके से परीक्षा दे पाएंगे।

इस साल करीब 13 लाख परीक्षार्थियों ने 12वीं क्लास की परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया है। वहीं 10वीं क्लास की परीक्षा के लिए 18 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे।

CBSE ने किये नियमों में किया बदलाव

सीबीएसई ने इस बार की परीक्षा के लिए नए निर्देश जारी किए हैं। सीबीएसई बोर्ड एग्जाम देने वाले छात्र सुबह 10 बजे तक ही एग्जाम सेंटर में एंट्री ले पाएंगे। इसके बाद परीक्षा केंद्रों में नो एंट्री होगी। पिछले वर्ष तक छात्र साढ़े 10 बजे तक एग्जाम सेंटर में दाखिल हो सकते थे। इस बार व्यवस्था बदली गई है। सुबह साढ़े 10 बजे से परीक्षा शुरू होगी।

इस बार प्रवेश पत्र पर स्टूडेंट्स और प्रिंसिपल के साथ ही अभिभावकों के भी हस्ताक्षर जरूरी होंगे। ऐसा नहीं होने पर छात्रों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सभी छात्रों को स्कूल यूनिफॉर्म में ही प्रवेश दिया जाएगा।

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