Vande Bharat Express train : देश को आज 8वीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात मिल गयी है।. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश में एक और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह देश की आठवीं वंदे भारत ट्रेन है। यह वंदे भारत ट्रेन सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन से विशाखापट्टनम के बीच दौड़ेगी। पीएम मोदी ने आज सुबह 10:30 बजे ट्रेन को वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस मौके पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी और तेलंगाना के राज्यपाल टी सौंदर्यराजन सिकंदराबाद स्टेशन पर मौजूद थे। सिकंदराबाद-विशाखापट्टनम वंदे भारत एक्स्प्रेस दक्षिण भारत की दूसरी सेमी-हाई स्पीड ट्रेन है। पहली ट्रेन मैसूरु-बेंगलुरु-चेन्नई के बीच नवंबर, 2022 में शुरू की गई थी। सिकंदराबाद-विशाखापट्टनम ट्रेन 8 घंटे 30 मिनट में 698 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। यह ट्रेन दोनों तरफ की यात्रा में राजमुंदरी, विजयवाड़ा और वारंगल में रुकेगी। यह तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को जोड़ने वाली पहली ट्रेन होगी।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मैं इस विश्व स्तरीय ट्रेन को उपलब्ध कराने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद देता हूं, जो इन दो तेलुगु भाषी लोगों को जोड़ेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को 15 फरवरी 2019 को हरी झंडी दिखाई थी, जो नई दिल्ली से वाराणसी तक चलती है।
इन रूटों पर दौड़ रही है वंदे भारत ट्रेन
वाराणसी-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस, हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस, मुंबई-गांधीनगर-वंदे भारत एक्सप्रेस, बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस, नई दिल्ली-वैष्णो देवी वंदे भारत एक्सप्रेस, दिल्ली-अंदौरा वंदे भारत एक्सप्रेस, मैसूर-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस और तेलंगाना और आंध्र प्रदेश वंदे भारत एक्सप्रेस।
वंदे भारत ट्रेन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। इनमें जीपीएस आधारित सूचना सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम आधारित बायो टॉयलेट, ऑटोमैटिक स्लाइडिंग डोर समेत तमाम सुविधाएं हैं। नई खूबियों से लैस नेक्स्ट जनरेशन वाली वंदे भारत 2.0 ट्रेन में कवच (ट्रेन कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम) की सुविधा है।
बता दें, भारतीय रेलवे देशभर में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का नेटवर्क लगातार बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। यात्रियों को बेहतर सुविधा के लिए रेलवे काम कर रहा है। जल्द ही वंदे भारत ट्रेनों में स्लीपर कोच जोड़ा जाएगा। इससे यात्री आराम से यात्रा कर सकेंगे। साथ ही, वंदे भारत को लंबे रूट पर चलाने में भी मदद मिलेगी।