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80 का दशक दुनिया के लिए तकनीकी क्षेत्र में हमेशा याद किया जाएगा। लेकिन उस समय न तो इतनी सुविधाएं थी और न तकनीकी तौर पर मजबूती थी लेकिन दो दोस्तों के इरादे बहुत बुलंद थे। आखिरकार दुनिया में कंप्यूटर के क्षेत्र में इन दोनों ने हाथ मिलाया और एक नए तकनीकी युग की शुरुआत कर दी। आज यह कंपनी दुनिया भर में लोगों की जरूरत बन गई है।

आइए आपको 47 साल पहले लिए चलते हैं। ‌4 अप्रैल साल 1975 में आज के दिन दो दोस्तों ने अमेरिका में माइक्रोसॉफ्ट नाम से एक कंपनी बनाई। उनके नाम हैं बिल गेट्स और पॉल एलन। कुछ ही साल में कंपनी और ये दोनों दोस्त दुनिया भर में फेमस हो गए। बता दें कि उस दौर में अधिकांश अमेरिकी टाइपराइटर्स का इस्तेमाल करते थे। माइक्रोसॉफ्ट एक ऐसी कंपनी है, जो कंप्यूटर सॉफ्टवेयर बनाती है। और जिसने पूरी दुनिया में कंप्यूटर की लोकप्रियता बढ़ाने का काम किया। 1979 में माइक्रोसॉफ्ट न्यू मैक्सिको से वॉशिंगटन स्टेट में शिफ्ट हुई और वहीं पर एक बड़ी मल्टीनेशनल टेक्नोलॉजी कॉर्पोरेशन के तौर पर उभरी।

माइक्रोसॉफ्ट अपने शुरुआती सफर में पूरी दुनिया में तेजी के साथ लोकप्रिय हो गई थी। 1987 में माइक्रोसॉफ्ट ने शेयर निकाले और 31 साल के गेट्स दुनिया के सबसे युवा अरबपति बन गए। गेट्स और एलन ने जब माइक्रोसॉफ्ट शुरू की तो इसे माइक्रो-सॉफ्ट कहा, यानी माइक्रोप्रोसेसर्स और सॉफ्टवेयर के शुरुआती शब्दों का जोड़ा। उस समय शुरुआती पर्सनल कंप्यूटर अल्टएयर 8800 के लिए सॉफ्टवेयर बनाए थे। एलन ने बोस्टन में प्रोग्रामर की नौकरी और गेट्स ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई छोड़कर नई कंपनी बनाने पर फोकस किया था।

80 के दशक में माइक्रोसॉफ्ट सेल्स के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी पर्सनल कंप्यूटर सॉफ्टवेयर कंपनी बन गई। उसके बाद कंपनी ने एक के बाद एक कई नए नए सॉफ्टवेयर लॉन्च किए। जो अधिकांश सफल रहे। आज दुनिया के एक अरब डिवाइस विंडोज-10 ऑपरेटिंग सिस्टम पर चल रहे हैं, जो माइक्रोसॉफ्ट की लेटेस्ट पेशकशों में से एक है हालाँकि अब माइक्रोसॉफ्ट का एक और नया ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज-11 भी मार्केट में आ चुका है।

कंपनी ने अपने MS-DOS ऑपरेटिंग सिस्टम को IBM के पहले पर्सनल कंप्यूटर के लिए लाइसेंस कराया, जो 1981 में लॉन्च हुआ। इसके बाद अन्य कंप्यूटर कंपनियों ने भी MS-DOS को लाइसेंस करना शुरू किया, जिसमें कोई ग्राफिकल इंटरफेस नहीं था और यूजर्स को कमांड टाइप करनी होती थी, जिससे प्रोग्राम चलते थे। 1983 में एलन ने माइक्रोसॉफ्ट छोड़ी।

20 नवंबर 1985 को  माइक्रोसॉफ्ट ने ने एक नया ऑपरेटिंग सिस्टम लॉन्च किया जिसे Microsoft Windows (Windows-1.0) नाम दिया गया। इसमें ग्राफिकल इंटरफेस था, जिसमें ड्रॉप-डाउन मीनू और अन्य फीचर शामिल थे। इसके बाद 1990 में microsoft Windows 3.0 तथा 1992 में microsoft Windows 3.1 लांच किया। उसके बाद 24 अगस्त 1995 को, माइक्रोसॉफ्ट ने अपना सबसे पॉपुलर ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज-95 जारी किया, जिसमें एक पूरी तरह से नया यूजर इंटरफेस था जो वेबब्राउजर इंटरनेट एक्स्प्लोरर के साथ था। इसके जारी होने के बाद पहले चार दिनों में इसकी दस लाख से अधिक प्रतियां बिकीं थी। उसके बाद Windows-98, Windows-XP, Windows-7, Windows-10 और अब Windows-11 जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम जारी कर चुका है। माइक्रोसॉफ्ट के टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में ऑपरेटिंग सिस्टम के अलावा Microsoft Office सहित कई अन्य एप्लीकेशन्स सॉफ्टवेयर हैं।

माइक्रोसॉफ्ट एक ऐसी कंपनी है, जिसने पूरी दुनिया में कंप्यूटर की लोकप्रियता बढ़ाने का काम किया। बता दें कि बिल गेट्स दुनिया भर में लोगों की मदद करने के लिए भी जाने जाते हैं। माइक्रोसॉफ्ट के मुखिया बिल गेट्स का भारत से बहुत ही लगाव है।

शंभू नाथ गौतम