indai-win-asia-cup-2018

एशिया कप 2018: शुक्रवार को दुबई के इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए एशिया कप 2018 के फाइनल के रोमांचक मैच में गत चैंपियन भारत ने बांग्लादेश को मैच की आखिरी गेंद में 3 विकेट से हराकर 7वीं बार एशिया कप पर कब्ज़ा किया है। भारत को आखिरी 6 गेंद में 6 रन की जरूरत थी। आखिरी गेंद पर लेग बाई से बने रन ने भारत को खिताब जीता। बांग्लादेश के सलामी बल्लेबाज लिटन दास को शानदार सेंचुरी के लिए मैन ऑफ़ द मैच घोषित किया गया।

इससे पहले टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर बांग्लादेश को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। बांग्लादेश की ओपनिंग जोड़ी लिटन दास और मेहदी हसन ने शानदार शुरुआत की और पहले विकेट के लिए 20.5 ओवरों में 120 रनों की मजबूत साझेदारी की। एक समय लग रहा था कि बांग्लादेश की टीम आसानी से 300 का आंकड़ा छू लेगी और टीम इंडिया के सामने एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखेगी। परन्तु मेहदी हसन का विकेट गिरते ही बांलादेश की टीम लडखडा गई और 48.3 ओवरों में कुल 222 रन बनाकर आउट हो गई। हालाँकि सलामी बल्लेबाज लिटन दास ने 121 रनों की शानदार पारी खेली। सौम्य सरकार ने भी बांग्लादेश के लिए 33 रन का योगदान दिया। इसके अलावा बांग्लादेश के 7 बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके। भारत की ओर से कुलदीप यादव सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 10 ओवर में 45 रन देकर तीन विकेट झटके। केदार जाधव को 2 सफलता मिली। जबकि युजवेंद्र चहल और जसप्रीत बुमराह ने 1-1 विकेट हासिल किया।

223 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया शुरुआत भी ज्यादा अच्छी नहीं रही। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन 5 वें ओवर में मात्र 15 रन बनाकर आउट हो गए। उस समय टीम का स्कोर 35 रन था। तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आये अम्बाती रायडू भी कुछ खास कमाल नही दिखा सके और मात्र 2 रन बनाकर चलते बने। उसके बाद बल्लेबाजी करने उतरे दिनेश कार्तिक और कप्तान रोहित शर्मा के बीच एक अच्छी साझेदारी पनप रही थी कि तभी बांग्लादेश के रूबेल हुसैन ने रोहित शर्मा को आउट कर पवेलियन भेज दिया। रोहित के आउट होने पर मैदान में उतरे महेन्द्र सिंह धोनी और दिनेश कार्तिक ने संभलकर खेलना शुरू किया है और टीम के लिए 54 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी बनाई। कार्तिक 37 रनों के निजी योग पर मैहमुदुल्लाह की गेद पर एलबीडब्ल्यू आउट हुए।

इसके बाद 37वें ओवर में मुस्ताफिजुर रहमान ने धोनी 36 रनों के निजी स्कोर पर को विकेटकीपर मुश्फिकुर रहीम के हाथों कैच आउट कराकर चलता किया। इसके कुछ देर बाद ही बढ़िया बल्लेबाजी कर रहे केदार जाधव 38वे  ओवर में चोट लगने की वजह से रिटायर हर्ट होकर पवेलियन लौट गए। उनके स्थान पर भुवनेश्वर कुमार बल्लेबाजी करने उतरे। भुवनेश्वर और और रविन्द्र जडेजा ने छठे विकेट के लिए 45 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। जब लग रहा था कि भारत ए मैच अब आसानी से जीत जायेगा उस समय भारत को 12 गेंदों में केवल 9 रनों की जरुरत थी तभी 49वें ओवर की पहली ही गेंद पर भुवनेश्वर भी आउट होकर चलते बने।

उनकी जगह एक बार फिर से चोटिल केदार जाधव को मैदान पर उतरना पड़ा। 49वें ओवर में मुस्ताफिजुर ने केवल 3 रन दिए। इस तरह आखिरी ओवर में भारत को जीत के लिए 6 रनों की जरुरत थी. और एक बार फिर से मैच फंसता नजर आने लगा। परन्तु मैच की आखिरी गेंद पर लेग बाई की बदौलत भारत ने लगातार दूसरी बार बांग्लादेश से एशिया कप छीन कर 7वीं बार एशियाई चैंपियन बना। इससे पहले भारत ने 2016 में भी फाइनल में बांग्लादेश को ही हराकर अपना छठा एशिया कप खिताब जीता था।