पहला अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैच

First international football match: खाड़ी के देश कतर में इन दिनों दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल फुटबॉल का महाकुंभ फीफा वर्ल्ड कप का आयोजन हो रहा है। विश्व के तमाम देश फुटबॉल महोत्सव के रंग में रंगे हुए हैं। भारत में फुटबॉल इतना लोकप्रिय नहीं रहा जितना क्रिकेट है। ‌‌हालांकि, क्रिकेट का जन्म इससे करीब तीन दशक पहले 1844 में हो चुका था। फुटबॉल का पहला अंतरराष्ट्रीय मैच क्रिकेट के हरे भरे मैदान पर खेला गया, लेकिन आज क्रिकेट का नहीं, बल्कि दुनियाभर में फुटबॉल का बोलबाला है।

विदेशी खिलाड़ी क्रिकेटर कम, फुटबॉलर ज्यादा बनना चाहते हैं। भारत में आज भी फुटबॉल की जगह बच्चे क्रिकेट को महत्व देते हैं, क्योंकि भारत में फुटबॉल के खेल में उतनी शौहरत और दौलत नहीं है, जितनी कि क्रिकेट में है। आज की तारीख फुटबॉल के लिए ऐतिहासिक मानी जाती है। ‌ 150 साल पहले 30 नवंबर 1872 में आज ही के दिन पहली बार इंटरनेशनल फुटबॉल मैच खेला गया था। स्कॉटलैंड क्रिकेट ग्राउंड में इंग्लैंड के खिलाफ स्कॉटलैंड की टीम मैदान में थी। 90 मिनट के मैच में कोई भी टीम गोल नहीं कर सकी और मैच ड्रॉ हो गया। मैच के ड्रॉ होने के बाद मांग उठी कि दोनों टीमों के बीच दोबारा मैच होना चाहिए, ताकि कोई नतीजा तो निकले। लोगों का कहना था कि हम गोल देखने आए थे, लेकिन गोल देख ही नहीं पाए।

इसके बाद 8 मार्च 1873 को दोबारा इंग्लैंड और स्कॉटलैंड के बीच मैच हुआ। इस मैच में इंग्लैंड 4-2 से जीत गया।हालांकि, इससे पहले भी इंग्लैंड और स्कॉटलैंड के बीच 5 बार अनऑफिशियल मैच खेला गया था, जिसमें सभी मैच इंग्लैंड जीता था। पहले मैच में स्कॉटलैंड ने ब्लू और इंग्लैंड ने व्हाइट जर्सी पहनी थी। मैच देखने के लिए स्टेडियम में 4 हजार से ज्यादा दर्शक पहुंचे थे। ये मैच 15 मिनट देरी से शुरू हुआ था। बताया जाता है कि उस मैच में खिलाड़ी वॉर्मअप के दौरान स्मोकिंग भी कर रहे थे।