यूपी के प्रयागराज में शुक्रवार को बीजेपी नेता उमेश पाल हत्याकांड में शामिल एक बदमाश को पुलिस, एसटीएफ और एसओजी की टीम ने मिलकर एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। हत्यारोपी का नाम अरबाज है और यह उमेश हत्याकांड में शामिल था। मुठभेड़ सोमवार दोपहर धूमनगंज में नेहरू पार्क के पास हुई। पुलिस के मुताबिक, वारदात के बाद से अरबाज नेहरू पार्क इलाके में छिपा था।
यूपी पुलिस की सोमवार की दोपहर अरबाज के साथ धूमनगंज इलाके में नेहरू पार्क के में मुठभेड़ हुई। उमेश पाल पर हमला करने के बाद अरबाज का चेहरा सीसीटीवी फुटेज में आया था। पुलिस को पता चला था कि पुरामुफ्ती के सल्लाहपुर निवासी अरबाज नाम का शातिर अपराधी कार चला रहा था, उसने हमला भी किया था। हमलावरों की तलाश में पुलिस लगी थी और हमलावार के बारे में क्राइम ब्रांच को पता चला कि वह नीवां क्षेत्र में छिपा है। नेहरू पार्क पर क्राइम ब्रांच की उससे मुठभेड़ हो गई और उसने पुलिस पर गोली चलाई जिससे एक सिपाही जख्मी हो गया। पुलिस ने भी उसे गोली मारी और उसके सीने और पैर में गोली लगी। धूमनगंज पुलिस ने घायल अरबाज को इलाज के लिए स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल भेजा है, जहां उसकी मौत हो गई। इसने ही बाकी बदमाशों को इस हत्याकांड के लिए हथियार उपलब्ध कराए थे।
अरबाज अतीक अहमद के बेटे असद का ड्राइवर था। हमलावरों की क्रेटा गाड़ी पुलिस ने बरामद की है। अरबाज को बाहुबली अतीक अहमद का बेहद खास माना जाता था। उसका पिता भी अतीक अहमद की गाड़ी चलाता था। उमेश पाल हत्याकांड में शामिल हुए बाकी हत्यारों क्योंकि पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रयागराज और आसपास जनपदों में पुलिस, एसटीएफ और एसओजी की टीम ने डेरा डाल रखा है। प्रयागराज से बाहर जाने वाले रास्तों पर पुलिस विशेष चेकिंग अभियान चला रही है। हत्यारे प्रयागराज छोड़कर न भाग जाएं, इसलिए जिले की सीमा पर भी चेकिंग चल रही है।
एडिशनल एसपी रैंक के अधिकारी की अगुवाई में यूपी एसटीएफ की प्रयागराज यूनिट उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों की छानबीन में लगी है। गौरतलब है कि प्रयागराज के बहुचर्चित राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। साल 2005 के बसपा विधायक राजू हत्याकांड में उमेश पाल अहम गवाह थे। इस हत्याकांड के पूर्व सांसद अतीक अहमद आरोपी हैं। पुलिस के अनुसार, उमेश पाल पर उस वक्त हमला किया गया, जब वह कहीं से अपने घर लौट रहे थे। जैसे ही वह गाड़ी से उतरे उस पर एक युवक ने फायरिंग शुरू कर दी। जबकि दूसरे युवक उन पर बम बरसाने शुरू कर दिए। यह पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई। अरबाज का चेहरा मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरों में आ गया था। उसने भी उमेश पर हमला किया था। उमेश पाल और उनके गनर सुनील की मौत हो गई थी।