ग्रेटर नोएडा : केंद्र सरकार के सहयोग से यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में बनने वाले उत्तर भारत के पहले मेडिकल डिवाइस पार्क की योजना के 37 भूखंडों का ड्रा आज (शुक्रवार को) संपन्न कराया गया। प्राधिकरण की अति महत्वपूर्ण मेडिकल डिवाइस पार्क योजना का ड्रा लॉटरी के माध्यम से वीडियोग्रॉफी व फोटोग्रॉफी कर कराया गया। इस दौरान पूरी पारदर्शिता बरती गई। इन भूखंडों के आवंटन होने से प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। रोजगार के नये अवसर पैदा होने के साथ ही 556 करोड़ रुपए का निवेश होगा।
प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह ने बताया कि यीडा सिटी के सेक्टर-28 में विकसित की जा रही मेडिकल डिवाइस पार्क की योजना बीते 23 मई को जारी की गई थी। इसमें विभिन्न श्रेणी के कुल 136 भूखंडों के आवंटन किए जाने की योजना थी। योजना में आवेदन की अंतिम तिथि तक ऑनलाइन निवेश मित्र पोर्टल के माध्यम से कुल 173 आवेदन पत्र प्राप्त हुए थे। प्राप्त आवेदन पत्रों में विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत प्राप्त आवेदन पत्रों की जांच के बाद मात्र 39 आवेदक ही योग्य पाए गए। ड्रा के लिए योग्य आवेदक का चयन मुख्य रूप से चार कैटेगरी के आधार पर किया गया।
सभी औपचारिकता पूरी करने के बाद आज प्राधिकरण कार्यालय में 37 भूखंडों का ड्रा संपन्न कराया गया। सीईओ ने बताया कि 1,000 वर्गमीटर के 70 भूखंडों हेतु जहां 11 सफल आवेदक रहे। वहीं 2,100 वर्गमीटर के 61 भूखंडों के सापेक्ष 21 आवेदक सफल रहे तथा 4,000 वर्ग मीटर के 5 भूखंडों के 5 आवेदक सफल रहे। इन भूखंडों के आवंटन से प्राधिकरण क्षेत्रों में 8,151 लोगों को रोजगार मिलेगा तथा 556 करोड़ रुपए का निवेश होगा। प्राधिकरण को 50.08 करोड़ के राजस्व की प्राप्ति होगी।
आज के ड्रा में ऑक्सीजन कंसनट्रेटर, वेंटीलेटर इम्प्लान्ट बनाने वाली तथा एनेस्थीशिया मशीन बनाने वाली कंपनियां प्रमुख रहीं। ड्रा प्रक्रिया के दौरान एसीईओ मोनिका रानी, एसीईओ रविंद्र सिंह, ओएसडी शैलेंद्र भाटिया, ओएसडी शैलेंद्र कुमार सिंह, महाप्रबंधक वित्त विशंभर बाबू, महाप्रबंधक परियोजना/उद्योग केके सिंह आदि अधिकारी उपस्थित रहे।