ग्रेटर नोएडा : यमुना प्राधिकरण ने भू माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में भू माफियाओं द्वारा किये गए अवैध निर्माण पर आज प्राधिकरण के दस्ते ने बुलडोजर चलाकर 90,000 वर्ग मीटर जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया है.
शुक्रवार को प्राधिकरण के दस्ते ने जेवर तहसील प्रशासन व पुलिस बल की मदद से जहांगीरपुर व अली अहमदपुर उर्फ गढ़ी गांव की भूमि पर हुए अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। अवैध कब्जे से मुक्त कराई गई लगभग 90 हजार वर्गमीटर जमीन की कीमत करीब 200 करोड़ रुपए आंकी गई। इस क्षेत्र में कॉलोनाइजरों द्वारा बिना अनुमति के प्लाटिंग की जा रही थी।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि सूचना मिली थी कि प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में आने वाले जहांगीरपुर व अली अहमदपुर उर्फ गढ़ी गांव में अवैध निर्माण की शिकायत मिली थी। इस पर ओएसडी शैलेन्द्र कुमार सिंह, जेवर एसडीएम अभय कुमार सिंह व एसीपी रूद्र प्रताप भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और गांव परोरी व गढ़ी के पास जेवर खुर्जा रोड बनी अवैध कॉलोनियों पर बुल्डोजर चला ध्वस्त कर दिया।
ओएसडी ने बताया के लगभग 90 हजार वर्गमीटर भूमि कब्जे से मुक्त कराई गई, जिसकी कीमत 200 करोड़ रुपए है। अवैध कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन पर कॉलोनाइजर बिना अनुमति के कालोनी विकसित कर रहे थे। प्राधिकरण ने भूमि पर अपने बोर्ड लगा रखे है जिस पर साफ लिखा है कि ये भूमि प्राधिकरण की है। कुछ प्रॉपर्टी डीलर द्वारा इन बोर्ड को कपड़ों से भी ढक दिया जाता है और कुछ प्राधिकरण की भूमि से बाहर बताकर प्लाट बेच देते है। लोगों को ऐसी भूमि को खरीदने से बचना चाहिए। प्राधिकरण अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि प्राधिकरण क्षेत्र में खरीद फरोख्त करते समय अच्छी तरह से जांच पड़ताल कर लें।