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देहरादून: शुक्रवार को राजधानी देहरादून के गढ़ी कैंट में 115 साल पुराना लोहे का बना पुल ढह गया है इस हादसे में 2 लोंगों की मौत हो गई जबकि 3 लोगों के घायल होने की खबर है। प्राप्त सूचना के अऩुसार शुक्रवार सुबह देहरादून के गढ़ी कैंट के बीरपुर में 115 साल पुराना अंग्रेजों के ज़माने का लोहे से बने पुल के ऊपर से रेत से भरा डंपर गुजर रहा था। इसी दौरान पुल अचानक भरभराकर गिर गया। पुल के मलबे में दबकर दो लोगों की मौत हो गई, वहीं तीन लोग घायल हुए हैं, जिन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

बताया जा रहा है कि टोंस नदी पर बना हुआ यह लोहे का पुल 115 साल पुराना था और ब्रिटिश शासन में इस पुल का निर्माण किया गया था। हादसे के वक्त रेत से भरा डंपर पुल से गुजर रहा था लेकिन ब्रिज वाहन के भार को नहीं झेल पाया और टूट गया। ठीक इसी दौरान वीरपुर से आ रहा एक बाइक सवार उसकी नजरों के सामने ही बाइक समेत सौ फुट गहरी खाई में जा गिरा। युवक ने इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रू म को दी। कंट्रोल रूम की सूचना पर एसडीआरएफ और थाना पुलिस हरकत में आई। मौके पर पहुंची पुलिस ने पुल के दोनों और बैरिकेडिंग लगाकर रास्ता ब्लाक किया और आने जाने वालों को रोका।

नदी में जाने पर पता चला कि बजरी से भरा एक डंपर पुल समेत नदी में गिरा हुआ है। डंपर के अलावा दो बाइक और उनके सवार भी सौ फुट गहरी नदी में पत्थरों के ऊपर गिरे हुए थे। एसडीआरएफ और पुलिस ने तुरन्त राहत और बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को बाहर निकालकर आपातकालीन सेवा 108 के जरिए उन्हें सिनर्जी अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में जांच के बाद डॉक्टरों ने बाइक सवार दोनों लोगों को मृत घोषित कर दिया, जबकि डम्पर के चालक और परिचालक की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।old-bridge-broken

मृतकों की पहचान प्रेम थापा (40) पुत्र तारा थापा निवासी डाकरा और धन बहादुर थापा (54) पुत्र आरएस थापा निवासी वीरपुर के रूप में हुई है, जबकि घायलों में डम्पर चालक और परिचालक शाहरूख (24) पुत्र शगीर हसन निवासी ढकरानी और जुल्फकार (20) पुत्र शमीर हसन निवासी ढकरानी शामिल हैं। इनका सिनर्जी अस्पताल में उपचार चल रहा है।

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