देहरादून: शुक्रवार को राज्य स्थापना दिवस की 18वीं वषर्गांठ पर पुलिस लाइन में आयोजित रैतिक परेड आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुई। राज्यपाल ने समारोह में विशिष्ट सेवाओं के लिए ‘राष्ट्रपति पुलिस पदक’ प्राप्त तीन पुलिस अधिकारियों और ‘पुलिस पदक’ प्राप्त 15 अधिकारियों और जवानों को सम्मानित किया। इस अवसर पर विशिष्ट विवेचना के लिए पुलिस उपाधीक्षक उत्तरकाशी मनोज कुमार ठाकुर और सर्वोत्तम थाने के लिए निरीक्षक थाना सितारगंज संजय कुमार को पुरस्कृत किया गया। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दो पुलिस पत्रिकाओं का विमोचन भी किया। इस दौरान राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि हमें ईमानदारी से अपना मूल्यांकन कर आगे बढ़ने के लिए लक्ष्य निर्धारित करना होगा। स्थापना के 18 वर्ष में उत्तराखण्ड ने विकास के कई मानदंडों पर अच्छा प्रदर्शन किया है मगर फिर भी कई चुनौतियां बाकी हैं। इनका समाधान जरूरी है।
राज्यपाल ने राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए राज्य आन्दोलनकारियों को नमन किया। उन्होंने अनुशासित और भव्य पुलिस परेड के लिए पुलिस परिवार को बधाई दी। उन्होंने कहा कि राज्य के मैदानी और पर्वतीय क्षेत्रों के मध्य आर्थिक-सामाजिक विकास के अंतर को मिटाना होगा। पर्वतीय क्षेत्रों में महिलाओं और युवाओं के हाथों में रोजगार देकर इस कार्य को किया जा सकता है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे प्रदेश और देश के विकास में योगदान दें। राज्यपाल ने राज्य निर्माण में मातृशक्ति के योगदान का उल्लेख करते हुए ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान को सफल बनाने का आह्वान भी किया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने भी राज्य स्थापना के 18 वर्ष पूरे होने पर सभी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड आज 18 वर्ष पूर्ण कर रहा है और किशोरावस्था से यौवन की ओर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने विास जताया कि राज्य निरन्तर प्रगति करता रहेगा। हम उन नौजवानों को भी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जिन्होंने राज्य के लिए अपना बलिदान दिया। उन्होंने राज्य निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले राज्य आंदोलनकारियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पुलिस ने देवभूमि की गरिमा का सम्मान रखते हुए भूमिका का निर्वहन किया है। जब भी आवश्यकता पड़ी उत्तराखंड पुलिस ने अनुशासित भाव से कर्तव्यों का पालन किया। पुलिस लाइन के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कचहरी परिसर पहुंचकर राज्य आंदोलनकारी शहीद स्मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। रैतिक परेड की प्रथम कमाण्डर एसएसपी निवेदिता कुकरेती, द्वितीय कमाण्डर लोकेर सिंह और परेड एडजुटेंट शेखर चन्द्र सुयाल रहे।
राष्ट्रपति पुलिस पदक
1- अजय रौतेला, पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र। (स्वतंत्रता दिवस-2017)
2- संतोष कुमार, उपनिरीक्षक अभिसूचना मुख्यालय। (स्वतंत्रता दिवस-2017)
3- बसन्ती लाल, सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक जनपद ऊ धमसिंहनगर। (गणतंत्र दिवस-2018)
पुलिस पदक
1 रोशन लाल शर्मा, सेनानायक 40वीं वाहिनी पीएसी हरिद्वार। (गणतंत्र दिवस-2017)
2- हरीश चन्द्र सती, अपर पुलिस अधीक्षक जनपद नैनीताल। (गणतंत्र दिवस-2017)
3- इन्द्र सिंह राणा, निरीक्षक, नागरिक पुलिस सतर्कता सेक्टर हल्द्वानी। (गणतंत्र दिवस-2017)
4- जीत सिंह पोखरिया सेवानिवृत्त पीसी विशेष श्रेणी 46 पीएसी रुद्रपुर। (गणतंत्र दिवस-2017)
5- गोविन्द राम (सेवानिवृत्त), पीसी विशेष श्रेणी 46 पीएसी रुद्रपुर। (गणतंत्र दिवस-2017)
6- जगतराम जोशी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पौड़ी गढ़वाल। (स्वतंत्रता दिवस-2017)
7- खुशहाल सिंह बिष्ट, पुलिस उपाधीक्षक सचिवालय सुरक्षा। (स्वतंत्रता दिवस-2017)
8- चक्रधर अन्थवाल, पुलिस उपाधीक्षक पुलिस मुख्यालय देहरादून। (स्वतंत्रता दिवस-2017)
9- महानन्द, (सेवानिवृत्त) निरीक्षक नागरिक पुलिस जनपद हरिद्वार। (स्वतंत्रता दिवस-2017)
10- दीवान सिंह (सेवानिवृत्त) 46 पीएसी रुद्रपुर। (स्वतंत्रता दिवस-2017)
11- कान्ति बल्लभ पाण्डे, (सेवानिवृत्त) सहायक सेनानायक 46 पीएसी रुद्रपुर। (गणतंत्र दिवस-2018)
12- गोपाल सिंह दसौनी, (सेवानिवृत्त) निरीक्षक पुलिस मुख्यालय देहरादून। (गणतंत्र दिवस-2018)
13- सुन्दर सिंह (सेवानिवृत्त) पीसी 46 पीएसी रुद्रपुर। (गणतंत्र दिवस-2018)
14- महेश चन्द्र जोशी, (सेवानिवृत्त) उपनिरीक्षक विशेष श्रेणी पुलिस मुख्यालय देहरादून। (गणतंत्र दिवस-2018)
15- चन्द्रपाल(सेवानिवृत्त) हेड कांस्टेबल 46 पीएसी रुद्रपुर। (गणतंत्र दिवस-2018)
मनोज कुमार ठाकुर को विशिष्ट विवेचना का पुरस्कार
18 अगस्त 2018 को भकड़ा हिटाणु डुंडा, जनपद उत्तरकाशी राजस्व क्षेत्र में घटित 11 वर्षीय नाबालिग बालिका की बलात्कार के बाद हत्या के बाबत मुकदमा दर्ज हुआ। विवेचना राजस्व पुलिस से रेगुलर पुलिस को स्थानांतरित की गई। पुलिस उपाधीक्षक उत्तरकाशी मनोज कुमार ठाकुर ने इस अपराध की विवेचना को अत्यंत लगन से पूरा कर घटना का खुलासा किया। आरोपित को गिरफ्तार कर 17 दिन के अन्दर समस्त साक्ष्य जुटाकर 3 सितम्बर 2018 को आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया। घटना के सफल और जल्द खुलासे को लेकर राज्यपाल ने उन्हें सम्मानित किया।
सर्वोत्तम थाना
पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो, गृह मंत्रालय भारत सरकार के मानकों के अनुरुप जनपद ऊधमसिंहनगर के थाना सितारगंज को सर्वोच्च थाना चुना गया। संजय कुमार ( प्रभारी निरीक्षक सितारगंज ) को ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया गया।