देहरादून: शिक्षक दिवस के अवसर पर राजभवन में राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्या जी के साथ उत्कृष्ट कार्य कर रहे शिक्षकों को गवर्नर्स टीचर्स अवार्ड वितरित किए। इस वर्ष प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा के 25 तथा संस्कृत शिक्षा के 5 शिक्षकों को यह सम्मान दिया गया।

गुरुवार को राजभवन में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे, सचिव विद्यालयी शिक्षा मिनाक्षी सुंदरम, सचिव राज्य पाल आरके सुधांशु ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया। इस अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 30 शिक्षकों को पुरस्कार स्वरूप दस हजार रूपये नगर राशि, प्रशस्ति पत्र और प्रधानमंत्री मोदी की किताब मन की बात एवं विवेकानंद की जीवनी भेंट की गई। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने पूर्व राष्ट्रपति राधाकृष्णन को याद करते हुए कहा कि देश के सर्वोच्य पद पर पहुंचने के बाद भी वह दिल से हमेशा शिक्षक ही रहे। उन्होंने सभी शिक्षक, विभागीय अधिकारी और छात्रों को शिक्षक दिवस की बधाई दी।

राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आधुनिकीकरण के कारण आज समाज की अपेक्षाएं तेजी से बढ़ रही हैं। विद्यार्थियों पर परीक्षाओं में सफल ही नहीं अच्छे ग्रेड से सफल होने का निरन्तर दवाब रहता है। आज शिक्षा में नवाचार सम्मिलित किये जा रहे हैं। मेरी प्रदेश के शिक्षकों से अपील है कि विद्यार्थियों को विषय ज्ञान देने के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान, वैज्ञानिक ज्ञान व दृष्टिकोण विकसित करने में सहायता करें। समय की मांग है कि व्यक्ति मात्र शिक्षित ही न हो अपितु दक्ष भी हो। राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री जी द्वारा भी स्किल इंडिया पर बल दिया जा रहा है। हमारे नौजवान यदि दक्ष होंगे तो समाज की उत्पादकता स्वतः ही बढ़ जाएगी। वे नए-नए उत्पादो पर शोध करेंगे तथा नए-नए उद्यम लगाएंगे व देश की प्रगति में तेजी से अपना योगदान देंगे। गांधी जी द्वारा शिक्षा के साथ-साथ कार्यानुभव को भी बहुत महत्व दिया गया था। प्रदेश में व्यवसायिक शिक्षा को विद्यालयी शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिये। अधिकाधिक विद्यालयों को व्यवसायिक शिक्षा से जोड़ने की भी आज जरूरत है।  उन्होंने कहा कि कई शिक्षक ऐसे भी हैं, जो सालों से खुद को शिक्षा और छात्र हित के लिए न्यौछावर किए हैं, लेकिन कभी सामने नहीं आ पाते। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सभी को शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए शिक्षा क्षेत्र में चल रही सरकारी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने महापुरुषों के जन्म दिवस पर छुट्टी न कर उनके जीवन परिचय को छात्रों तक पहुंचाने की अपील की। कार्यक्रम का संचालन मोहन बिष्ट ने किया।governor teacher award

राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक

माध्यमिक स्तर

गीता रानी, प्रवक्ता, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज स्याल्दे, अल्मोड़ा।
पूरन सिंह, प्रवक्ता, राजकीय इंटर कॉलेज सिरकोट गरुड़, बागेश्वर।
नरेंद्र कुमार बहुगुणा, प्रवक्ता, राजकीय इंटर कॉलेज पांडुकेश्वर, चमोली।
दयाकृष्ण जोशी, स.अ., राजकीय इंटर कॉलेज मडलक, चंपावत।
संजय कुमार, प्रवक्ता, राजकीय इंटर कॉलेज क्वानू, देहरादून।
पुष्पांजली अग्रवाल, स.अ., राउमावि मानक चौक मंगलौर, हरिद्वार।
डॉ. भवतोष भट्ट, प्रवक्ता, राआइंका कोटाबाग, नैनीताल।
सरिता उनियाल, प्रवक्ता, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज श्रीनगर, पौड़ी।
भाष्करानंद जोशी, प्रवक्ता, राजकीय इंटर कॉलेज थरकोट विण, पिथौरागढ़।
विजय बैरवाण, प्रवक्ता, राजकीय इंटर कॉलेज क्यूंजा, रुद्रप्रयाग।
डॉ. आशोक बड़ोनी, प्रवक्ता, राजकीय इंटर कॉलेज मंजकोट चौरास, टिहरी।
दिवाकर प्रसाद पैन्यूली, प्रवक्ता, राजकीय इंटर कॉलेज बौन पंजियाला, उत्तरकाशी।
प्रकाश चंद्र पाठक, स.अ, राउमावि मोहम्मदपुर भुडिया, ऊधमसिंह नगर,

प्राथमिक स्तर

पंकज कुमार पंत, स.अ, राआजूहा, महमगांव, अल्मोड़ा।
निर्मला आर्य, स.अ, राकजूहा, मन्यूड़ा गरुड़, बागेश्वर।
सुमित्रा फरस्वाण, प्र.अ, राप्रावि गड्यूड़ा नवीन पाटी, चमोली।
अर्चना नौटियाल, स.अ, राप्रावि पौंधा सहसपुर, देहरादून।
गणेश दत्त, स.अ, राउप्रावि तल्ली पाली, नैनीताल।
गबर सिंह, स.अ, रापूमावि मुस्याखांद, पौड़ी।
अजरा जुनैद, प्र.अ, राप्रावि सलकोट विण, पिथौरागढ़।
अंजू लिंगवाल, प्र.अ, राप्रावि बैनोली, रुद्रप्रयाग।
गीता कठैत, प्र.अ, राप्रावि नागराजाधार कड़ाकोट, टिहरी।
चंद्रभूषण बिजल्वाण, स.अ, राउप्रावि सुनाली पुरोला, उत्तरकाशी।
नमिता पंत, स.अ, राप्रावि जसपुर खुर्द काशीपुर, ऊधमसिंह नगर।

संस्कृत शिक्षा में इन्हें मिला सम्मान

डॉ. शैलेंद्र नारायण कोटियाल, स.अ, श्री रघुनाथ कीर्ति आदर्श संस्कृत महाविद्याल, देवप्रयाग पौड़ी।
कृष्ण प्रसास उनियाल, स.अ, श्री वेद संस्कृत महाविद्यालय, ऋषिकेश, देहरादून।
डॉ. नवीन चंद्र बेलवाल, सहायक प्रवक्ता, श्री सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय, रेलवे बाजार हल्द्वानी, नैनीताल।
पंकज कुमार, स.अ, राजकीय संस्कृत विद्यालय, सौडू, टिहरी गढ़वाल।
डॉ. गोपाल राम, सहायक प्रवक्ता, श्री गरीबदासीय साधु संस्कृत महाविद्यालय, जगजीतपुर कनखल, हरिद्वार।

इस अवसर पर सचिव विद्यालयी शिक्षा श्री मीनाक्षी सुन्दरम, शिक्षा विभाग के अधिकारी, शिक्षक व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित सभी शिक्षकों को देवभूमि संवाद.कॉम की ओर से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।