देहरादून: इंडियन मिलिट्री एकेडमी (आईएमए) में अभेद्य सुरक्षा के बीच शनिवार सुबह 6 बजकर 35 मिनट पर युवा जेंटलमैन कैडेट्स द्वारा पासिंग आउट परेड (पीओपी) शुरू की गई। गरिमामय परेड देखने के लिए देश-विदेश से कई गणमान्य लोग, वरिष्ठ सैन्य अधिकारी व जेंटलमैन कैडेट्स के परिजन शुक्रवार को ही देहरादून पहुंच गए थे। नेपाल के सेना प्रमुख जनरल राजेन्द्र क्षेत्री ने बतौर रिव्यूइंग आफिसर परेड का निरीक्षण कर पास आउट हो रहे जेंटलमैन कैडेट्स से सलामी ली। इस अवसर पर अफगानिस्तान, तजाकिस्तान, नेपाल, भूटान आदि देशों के अतिथि व वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी आईएमए देहरादून पहुंचे हैं। आईएमए के ऐतिहासिक चेटवुड भवन के सामने ड्रिल स्क्वॉयर पर कदमताल करते हुए पासिंग आउट बैच के 457 जेंटलमैन कैडेट बतौर लेफ्टिनेंट देश-विदेश की सेना की मुख्य धारा में शामिल हो गए। इनमें 383 युवा सैन्य अधिकारी भारतीय सेना का अभिन्न हिस्सा बन गए हैं। जबकि 74 युवा सैन्य अधिकारी मित्र देशों की सेना मे शामिल होंगे। परेड के दौरान आसमान से हैलीकॉप्टर द्वारा फूलों की बरसात वाला नजारा देखने लायक था। इसके साथ ही देहरादून स्थित प्रतिष्ठित सैन्य अकादमी के नाम देश-विदेश की सेना को 60 हजार 876 युवा सैन्य अधिकारी देने का गौरव जुड़ गया है। इनमें मित्र देशों को मिले दो हजार से अधिक सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं। ऐतिहासिक ड्रिल स्क्वायर पर कदमताल करने वालों में सर्वाधिक 63 कैडेट उत्तर प्रदेश के हैं। वहीं, उत्तराखंड के 33, हरियाणा के 49, बिहार के 35,पंजाब के 29, हिमाचल प्रदेश व महाराष्ट्र के 22-22, राजस्थान के 20, जम्मू-कश्मीर के 17, मध्य प्रदेश के 14, पश्चिम बंगाल के 12, तमिलनाडु के 09, कर्नाटक व झारखंड के 8-8, मणिपुर व दिल्ली के 7-7, केरल के 05, आंध्र प्रदेश के 03, तेलंगना व असम के चार-चार, उड़ीसा के तीन, मिजोरम व चंडीगढ़ के 2-2, गुजरात, छत्तीसगढ़, मेघालय, नागालैंड व त्रिपुरा के एक-एक कैडेट परेड का हिस्सा बने। विदेशी कैडेटों में अफगानिस्तान के सर्वाधिक 45, तजाकिस्तान के 13, भूटान के 09, लेसोथो के तीन, तंजानिया के 2, नाइजीरिया व किर्गिस्तान के एक-एक कैडेट शामिल हुए। पीओपी को मद्देनजर रखते हुए अकादमी के आसपास सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है। चप्पे-चप्पे पर तैनात सेना के सशस्त्र जवान सुरक्षा का दारोमदार संभाले हुए हैं जबकि अकादमी परिसर के बाहरी क्षेत्र में सुरक्षा का जिम्मा स्थानीय पुलिस के पास है। सिर्फ पासधारकों को ही अकादमी परिसर में प्रवेश करने की इजाजत है।