4 accused arrested for plotting to kill minister Saurabh Bahuguna

उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश की खबर ने उत्तराखंड में हड़कंप मचा दिया है। हालाँकि उधम सिंह नगर पुलिस ने कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश रचने वाले मुख्य सरगना खनन माफिया समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

बता दें कि उत्तराखंड के गन्ना विकास एवं पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा के प्रतिनिधि उमाशंकर द्विवेदी ने रविवार शाम को सितारगंज कोतवाली पहुंचकर पुलिस को तहरीर दी कि हीरा सिंह निवासी सिडकुल रोड कोटाबाग, सतनाम सिंह उर्फ सत्ता, हरभजन सिंह, मोहम्मद अजीज ने कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा को मारने की योजना बनाई है। चारों आरोपित यूपी के शूटरों से कैबिनेट मंत्री की हत्या कराना चाहते है। उमाशंकर द्विवेदी ने तहरीर में कहा कि कैबिनेट मंत्री की हत्या करने की साजिश हल्द्वानी जेल में चार माह पूर्व रची गई थी। आरोप लगाया कि हीरा सिंह गेहूं चोरी मामले में अपनी गिरफ्तारी और खनन का कारोबार बंद होने के लिए कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा को जिम्मेदार मानता है। शिकायतकर्ता उमा शंकर द्विवेदी का आरोप है कि कुछ अपराधी जेल से साजिश रचकर कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की रेकी कर रहे थे। आरोपी ने मंत्री की हत्या के लिए 20 लाख रुपए की सुपारी दी थी। पुलिस ने मंत्री के प्रतिनिधि उमाशंकर की तहरीर पर चारों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

जिसके बाद इस मामले में कोतवाली पुलिस ने अभियोग पंजीकृत कर कई टीमों का गठन किया। जांच के दौरान टीम को कई अहम सुराग हाथ लगे, जिसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी हीरा सिंह (निवासी कोटा फार्म, सितारगंज), सतनाम सिंह उर्फ सत्ता (निवासी सिरसा फार्म बहेड़ी उत्तर प्रदेश), हरभजन सिंह (निवासी सितारगंज) और मो। अजीज उर्फ गुड्डू (निवासी किच्छा) को गिरफ्तार किया। चारों के खिलाफ खिलाफ धारा 115, 120बी, 121ए और 34 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों से पुलिस ने दो लाख सत्तर हजार रुपए और एक स्विफ्ट कार बरामद की है। वहीं, पूरे मामले में डीआईजी सेंथिल अबुदई कृष्णराज डी का कहना है कि मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ की जा रही है और जल्द ही डिटेल जानकारी सामने आएगी।

बताया जा रहा है कि आरोपी हीरा सिंह ने मंत्री की हत्या कराने के लिए 20 लाख की सुपारी दी थी, जिसमें से हीरा सिंह ने पांच लाख सत्तर हजार रुपए एडवांस भी दिए थे।

कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश रचने वाले मास्टरमाइंड हीरा सिंह पर सिडकुल क्षेत्र में सरकारी जमीन कब्जाने के आरोप में मुकदमा हुआ था। पुलिस ने हीरा सिंह को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जहां से 13 अप्रैल को उसे हल्द्वानी जेल भेज दिया गया था। पुलिस पूछताछ में हीरा सिंह ने बताया कि उसे शक था कि उसके मिट्टी का कारोबार और गेहूं चोरी के मामले में उसे जेल भिजवाने के पीछे सौरभ बहुगुणा का हाथ है। जिसके बाद उसने ठान ली थी कि वो कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा को नुकसान पहुंचाकर ही दम लेगा।

हल्द्वानी जेल में रहने के दौरान हीरा सिंह की मुलाकात एनडीपीएस एक्ट में बंद सतनाम सिंह उर्फ सत्ता से हुई। सतनाम 21 अक्टूबर 2021 से जेल में बंद था। सूत्रों के मुताबिक, दोनों आरोपी एक ही बैरक में रह रहे थे। जहां पर हीरा सिंह ने सतनाम के साथ मिल कर हत्या की साजिश रची। जमानत पर छूटने के बाद प्लान के अनुसार, हीरा सिंह ने सतनाम के कहे मुताबिक उसके परिचित सितारगंज निवासी हरभजन सिंह से मुलाकात की। हरभजन ने हीरा सिंह को किच्छा निवासी तांत्रिक मो। अजीज उर्फ गुड्डू से मिलवाया। उसने इन दोनों को सौरभ बहुगुणा की हत्या के लिए 20 लाख की सुपारी दी थी। 20 लाख में से 5 लाख 70 हजार की रकम बदमाशों को एडवांस दी गई थी, जिसमें से हीरा सिंह ने चार लाख रुपए ब्याज पर लिए थे।