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देहरादून: भारत सरकार के संयुक्त सचिव सुधांशु पंत ने राज्य में संचालित होने वाली अटल आयुष्मान स्वास्थ्य योजना की समीक्षा की। बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य महानिदेशालय सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में भारत सरकार के संयुक्त सचिव ने केंद्र पोषित आयुष्मान योजना को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के बाद संचालित होने वाली दूसरी बड़ी स्वास्थ्य योजना बताया। उन्होंने कहा कि यह सामाजिक एवं आर्थिक पृष्ठभूमि के अनुसार लाभकारी योजना सिद्ध होगी। उन्होंने अटल आयुष्मान योजना को उत्तराखंड में संचालित किए जाने से संबंधित राज्य कैबिनेट के निर्णय को भी सराहा।

उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना सामाजिक, आर्थिक एवं जातीय जनगणना वर्ष 2011 में चिह्नित परिवारों के लिए लागू है। इसके तहत राज्य में पांच लाख 37 हजार परिवारों को सालाना पांच लाख रुपये तक का निशुल्क स्वास्थ्य लाभ मिलेगा। इसके लिए 90 प्रतिशत धनराशि केंद्र व 10 प्रतिशत का अंशदान राज्य सरकार का होगा। इस योजना को विस्तारित कर प्रदेश के सभी परिवारों को लाभ दिया जाएगा। बताते चलें कि बीती 27 अगस्त को हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में अटल आयुष्मान स्वास्थ्य योजना के संचालन को स्वीकार कर लिया गया है। इसके अंतर्गत राज्य के 22 लाख परिवारों को पांच लाख रुपये तक की निशुल्क स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान की जाएगी। इसके लिए सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों को भी सूचीबद्ध किए जाने का कार्य किया जा रहा है।

इस योजना में सरकारी कार्मिकों व पेंशनरों को भी शामिल किया गया है। समीक्षा बैठक में नोडल अधिकारी व अपर निदेशक डा. सरोज नैथानी ने बताया कि योजना को राज्य में संचालित करने के लिए तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। इंप्लीमेंटशन सपोर्ट एजेंसी के लिए निविदा के माध्यम से फेमिली हेल्थ प्लानिंग लिमिटेड हैदराबाद का चयन कर लिया गया है। आयुष्मान योजना को ट्रस्ट मोड पर चलाया जायेगा जिस हेतु सरकार द्वारा अपर सचिव स्वास्थ्य को मुख्य कार्यकारी अधिकारी नामित किया गया है। पात्र परिवारों को योजना में सम्मिलित करने से संबंधित 87 प्रतिशत परिवारों का डाटा संकलित कर लिया गया है और शत-प्रतिशत सत्यापन के लिए भारत सरकार से समय विस्तार के लिए अनुरोध किया गया है।

इस योजना के अंतर्गत उपचार हेतु कुमाऊं मंडल में 42 सरकारी व गढ़वाल मंडल में 55 सरकारी अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है। साथ ही आठ प्राइवेट अस्पतालों व तीन मेडिकल कालेजों को भी सूचीबद्ध किया गया है। आगामी 25 सितंबर से विधिवत रूप से शुरू होने वाली इस योजना के तहत 1350 प्रकार के रोगों का उपचार होगा। समीक्षा बैठक में डीजी हेल्थ डा. टीसी पंत, निदेशक डा. अमिता उप्रेती, डा. अंजलि नौटियाल, वित्त निदेशक शैलेन्द्र सिंह, अपर परियोजना निदेशक वंशीधर तिवारी, नोडल अधिकारी डा. सरोज नैथानी व स्टेट हेल्थ एजेंसी के अधिकारी भी उपस्थित रहे।

ज्यादा जानकारी के लिए इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर क्लिक करें।

https://ayushmanuttarakhand.org/index.php