देहरादून : उत्तराखंड के देहरादून जनपद में बादल फटने की घटना सामने आई है। चकराता तहसील के अंतर्गत खेड़ा बिजनाड़ में बादल फटने से तीन लोगों सहित कई जानवरों के बहने की सूचना है। जिसमें से एक व्यक्ति का शव बरामद कर लिया गया है। जबकि दो लड़कियां अभी भी लापता हैं। ग्रामीण उनकी तलाश कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक गुरुवार सुबह लगभग 8:30 बजे बिजनाड़ में बादल फटने से तेज वर्षा हुई। जिसके कारण स्थानीय ग्रामीण परिवारों की छानी पर पहाड़ से भारी मात्रा में मलबा आ गया। इसकी चपेट में आने से एक युवक और दो लड़कियां समेत तीन लोग लापता हो गए। ग्रामीणों ने मलबे से युवक का शब बरामद कर लिया है, जबकि अन्य लोगों की तलाश जा रही है।
इसके अलावा ग्रामीणों के पशु और मवेशी भी मलबे के नीचे दब गए। घटना की सूचना के तुरंत बाद एसडीएम संगीता कनौजिया के निर्देशन में तहसीलदार पूरण सिंह तोमर के नेतृत्व चकराता से एसडीआरएफ की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। घटनास्थल सड़क मार्ग से दो किमी दूर है। आसपास के लोग राहत बचाव कार्य में जुट गए। मृतक का नाम : मुना (32 वर्ष), लापता : काजल (13 वर्ष), साक्षी (13 वर्ष).
तेज बारिश से बदरीनाथ हाईवे पर लामबगड़ नाला उफान पर
बदरीनाथ हाईवे पर अतिवृष्टि के कारण लामबगड़ नाला उफान पर आ गया है। जिस वजह से यहां एक मालवाहक ट्रक फंस गया। चालक और परिचालक ने भागकर अपनी जान बचाई। बादलों ने उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों के साथ ही मैदानी इलाकों में कहर बरपाया है। बुधवार के बाद गुरुवार तड़के से जारी बारिश से राज्य में हाहाकार मच गया है। जहां एक ओर कुमाऊं मंडल में दो मकान टूट गए हैं। वहीं लगातार हो रही बारिश की वजह से मैदानी इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है। देहरादून सहित हरिद्वार में जलभराव की समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है।
मुखमंत्री तीरथ सिंह रावत ने चकराता तहसील के बिजनाड़ छानी में बादल फटने की घटना पर दुःख जताते हुए कहा कि आपदा में प्रभावित लोगों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने का राज्य सरकार समुचित प्रबंध करेगी।
राज्य में 48 घंटे से जारी बारिश के बीच चकराता तहसील के बिजनाड़ छानी में बादल फटने से काफी नुकसान होने और चार लोगों के लापता होने का समाचार मिला। साथ ही गांव के 3 लोगों के दबे होने की आशंका भी जताई जा रही है।
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) May 20, 2021