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कर्णप्रयाग: बीते मंगलवार को कर्णप्रयाग में तीन युवकों द्वारा चाकू की नोंक पर डिग्री कॉलेज की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म मामले को लेकर शुक्रवार को कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने कर्णप्रयाग में हाईवे जाम कर आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की है। हाईवे जाम होने से लोगों भारी परेशानी झेलनी पड़ी। यही नहीं अपने गंतव्य तक पहुंचने में भी लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इस तरह इस घटना को लेकर कर्णप्रयाग में लोगों में दिन भर उबाल रहा।

शुक्रवार को डिग्री कालेज कर्णप्रयाग के गुस्साए छात्रों ने कर्णप्रयाग में जोरदार प्रदर्शन व नारेबाजी की। इस दौरान पोखरी पुल, कर्ण मंदिर से लेकर उमा देवी तिराहे तक जोरदार नारेबाजी कर छात्रों ने अपने गुस्से का इजहार किया। छात्रों ने करीब एक घंटे तक हाईवे जाम रखा। छात्रों का कहना था कि आरोपियों को फांसी की सजा देने पर जोर देते हुए बाहरी लोगों के सत्यापन पर जोर दिया। यदि ऐसा न हुआ तो छात्र उग्र आंदोलन को विवश होंगे। आंदोलन कर रहे छात्र-छात्राओं ने बदरीनाथ हाईवे पर उमा देवी तिराहे पर 10.35 बजे जाम लगा दिया।

इस दौरान जन सभा कर शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बिगड़ती कानूनी व्यवस्था का मामला उठाया। इसके बाद छात्र बस स्टेशन पहुंचे और 11.40 बजे सड़क पर बैठ कर फिर जाम लगा दिया। इस दौरान किसी अधिकारी के न पहुंचने से नाराज छात्र-छात्राओं ने जाम नहीं खोला। इसके बाद जीजीआईसी कर्णप्रयाग की छात्राएं भी प्रदर्शन में पहुंची। इसके बाद उप जिलाधिकारी गोपाल राम बिनवाल भी करीब 2 बजे गोपेश्वर से कर्णप्रयाग पहुंचे। उनके आने पर छात्रों ने उमा देवी तिराहे पर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि प्रशासन की लापरवाही के चलते ही उन्हें जमा लगाने को विवश होना पड़ा है।

प्रशासन को छात्रों ने एक दिन पहले ही आंदोलन की चेतावनी दी गई थी। उन्होने कहा कि पौड़ी की घटना के बाद प्रशासन को भी यहां की घटना का संज्ञान लेना चाहिए था। एसडीएम बिनवाल को छात्र-छात्राओं ने ज्ञापन भी सौंपा। इस दौरान एसडीएम ने कहा कि आरोपियों को पकड लिया गया है। नगर की कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए वे छात्रों समेत स्थानीय लोगों को अपने कार्यालय ले गए और वार्ता की। इस दौरान पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष निकेश नेगी ने कहा कि शासन प्रशासन की लापरवाही से पहाड़ों की शांत वादियां अशांत हो रही हैं। कहा कि यदि अपराधियों को कड़ी सजा नहीं दी जाती तो आए दिन इस तरह की घटनाओं को रोका नहीं जा सकता। इससे आम आदमी में असुरक्षा की भावना पैदा होगी। इसलिए अपराधियों को कड़ी सजा मिलनी  चाहिए।

इस दौरान लंबे जाम से लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। नगर में लगातार तीन बार लगे जाम से पुलिस को खासा पसीना बहाना पड़ा और छात्रों को अपने पक्ष में रख कर पुलिस जाम खुलवाने में सफल रही। बताते चलें कि कर्णप्रयाग में एक छात्रा के साथ तीन युवकों ने चाकू की नोंक पर सामूहिक दुष्कर्म किया था। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया है। मेडिकल रिपोर्ट में भी पीड़िता के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। इस घटना से लोगों में भारी उबाल है।

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