श्रीनगर गढ़वाल: गढ़वाल विश्वविद्याल श्रीनगर की बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा का शव आज लगभग 11 बजे उसके कमरे के पंखे से लटका हुआ मिला है। छात्रा मूल रूप से रूद्रप्रयाग की रहने वाली थी और यहाँ अपनी बड़ी बहन के साथ डांग कॉलोनी में किराये के कमरे में रहती थी। पुलिस ने मौके पर पहुंच शव को पंखे से नीचे ऊतारा। बाद में शव का पंचनामा भर उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।
खबर फैलते ही बडी संख्या में कॉलेज के छात्र/छात्राएं युवती के घर पहुंच गए। पुलिस इस मामले को आत्महत्या से जोड़कर देख रही है। हालांकि युवती के पास से इस तरह का कोई सबूत नहीं मिला है। जानकारी के अनुसार पनगडी तिलवाडा रूद्रप्रयाग की निधि रतूडी श्रीनगर –डांग कालोनी में अपनी बड़ी बहन के साथ किराये के मकान में रहती थी। सुबह उसकी बहन कोचिंग के लिए गयी थी। करीब 11 बजे के आस-पास पुलिस को किसी ने सूचना दी की डांग मे एक मकान मे एक छात्रा का शव कमरे के पंखे से लटका हुआ है। पुलिस ने मोके पर पहुंच छात्रा का शव नीचे उतारा। कोतवाल एनएस बिष्ट ने बताया कि मामला प्रथम दृष्टया आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। मौके की बारीकी से तहकीकात की गयी है। छात्रा का शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
पापा को भेजे थे व्हटसएप ये मेसेज
आईएम सॉरी पापा में आपको दर्द दे रही हूं, पर क्या करू, किस्मत ने मुझे ऐसी जगह खड़ा कर दिया है। जहां मुझे कुछ नहीं दिख रहा है। मैं आपके पैसे फालूत में खर्च नहीं करना चाहती हूं क्योंकि मैने अब जिन्दगी से हार मान ली है। बहुत कुछ बोलना था आपसे अभी टाइम नहीं है। आई लव यू मम्मी पापा… थैक्स मुझे इतनी अच्छी जिन्दगी देने के लिए, आपने सब कुछ किया मेरे लिए ओर में कुछ भी नहीं कर पायी। पापा एक बात और मान लेना अपनी बेटी की पीना छोड दो। ये नीधी रतूडी के आखरी शब्द थे जो उसने व्हटसएप पर अपने पापा के लिए मेजेज में छोडे थे।
दोस्त के प्रति था भावनात्मक लागाव
छात्रा की मौत के पीछे तरह-तरह की बाते सामने आ रही हैं। पुलिस को छात्रा के कमरे से एक स्क्रैप बुक मिली है। जिसमें उसने अपने एक दोस्त का जिक्र किया है। बताया जा रहा है कि रूद्रप्रयाग जनपद का यह युवक कुछ माह पूर्व नदी में बह गया था। स्क्रैप बुक में छात्रा ने युवक का जिक्र किया हुआ है। जिसके आधार पर पुलिस पहली जांच में छात्रा की मौत का कारण युवक से भावनात्मक लगाव बता रही है।