bus service starts in uttarakhand

उत्तराखंड शासन द्वारा कोरोना महामारी संक्रमण की स्थिति में सुधार को देखते हुए प्रदेश में सार्वजनिक वाहनों का संचालन 100 प्रतिशत क्षमता के साथ शुरू करने की अनुमति दिए जाने के बाद आज यानी 14 जून से उत्तराखंड के पर्वतीय रूटों पर आज से बसों का संचालन शुरू हो गया है। लगभग सभी रूटों पर बसों का संचालन होगा। खास बात यह है कि पुराने किराये पर ही यात्री बसों में सफर कर सकेंगे। अंतरराज्यीय सार्वजनिक वाहनों का संचालन 100 प्रतिशत सवारी के साथ करने की छूट मिलने के बाद परिवहन व्यवसायियों ने बसें संचालित करने का निर्णय लिया है। करीब डेढ़ माह से खड़ी पर्वतीय रूटों की बसों के पहिये से घुमने शुरू हो गए हैं। आज तड़के 4 बजे से विभिन्न रूटों पर बसें संचालित होनी शुरू हो गई है।

बता दें कि कोविड कर्फ्यू के तहत बीते दो मई से पहाड़ी रूटों पर बसों का संचालन बंद हो गया था। बसें नहीं चलने से यात्रियों को काफी दिक्कतों से जूझना पड़ रहा था। परन्तु अब अंतरराज्यीय सार्वजनिक वाहनों का संचालन 100 प्रतिशत सवारी के साथ करने की एसओपी जारी होने के बाद आज से बस कंपनियों ने बसें चलाने का निर्णय लिया है।

उत्तराखंड बस ऑपरेटर्स संयुक्त महासंघ (कोटद्वार) के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल ने बताया कि सोमवार, 14 जून से जनहित में बसों का संचालन करने का निर्णय लिया है। बता दें कि कोटद्वार से प्रतिदिन सैकड़ों बसों का संचालन होता है।

इसके अलावा ऋषिकेश से उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, चमोली, श्रीनगर समेत तीन दर्जन से अधिक रूटों पर प्रतिदिन सौ से अधिक बस सेवाएं संचालित होती है। टीजीएमओसी के अध्यक्ष जितेन्द्र नेगी ने बताया कि सोमवार से पर्वतीय रूटों पर बसों का संचालन शुरू कर दिया जायेगा। पहले दिन 10 फीसदी बसों का ही संचालन किया जायेगा। सवारियां बढ़ने पर अधिक बसें चलाई जायेगी। यातायात कंपनी के अध्यक्ष मनोज ध्यानी ने बताया कि वाहनों का संचालन 100 प्रतिशत सवारियों के साथ करने की एसओपी जारी होने के बाद बस कंपनियों ने बसें चलाने का निर्णय लिया है।