Chardham Yatra 2024: अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर विश्वप्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट जय बाबा केदारनाथ के उदघोष तथा सेना के ग्रेनेडियर रेजीमेंट की बैंड की भक्तिमय धुनों के बीच इस यात्रा वर्ष आज 10 मई को ठीक 7 बजे विधि- विधान से खुल गये है। इस अवसर पर दस हजार से अधिक श्रद्धालु कपाट खुलने के गवाह बने। इस दौरान मंदिर को 20 क्विंटल से अधिक फूलों से सजाया गया था साथ ही कपाट खुलते समय तीर्थयात्रियों पर आकाश से हैलीकाप्टर द्वारा फूलवर्षा हुई।तथा श्रद्धालुओं के लिए जगह – जगह भंडारे आयोजित किये गये थे।
कपाट खुलने की प्रक्रिया के तहत कल बृहस्पतिवार 9 मई शाम को भगवान केदार नाथ की पंचमुखी उत्सव मूर्ति पंचकेदार गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से विभिन्न पड़ावों गुप्तकाशी, फाटा,गौरीकुंड से होते हुए श्री केदारनाथ धाम पहुंच गयी थी।
आज शुक्रवार प्रातः चार बजे से मंदिर परिसर तथा दर्शन पंक्ति में यात्रियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था उसके बाद बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय रावल भीमांशंकर लिंग, मुख्यकार्याधिकारी योगेंद्र सिंह पुजारी धर्माचार्य वेदपाठी तथा केदार सभा के पदाधिकारी तथा जिलाधिकारी डा. सौरभ गहरवार प्रशासन के अधिकारी पूरब द्वार से मंदिर पहुंच गये उसके पश्चात रावल धर्माचार्य तथा पुजारी गणों ने द्वार पूजा शुरू की भगवान भैरवनाथ तथा भगवान शिव का आव्हान कर ठीक सुबह सात बजे बजे श्रीकेदारनाथ मंदिर के कपट खोल दिये गये। कपाट खुलने के बाद भगवान केदारनाथ के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप से श्रृंगार रूप दिया गया।उसके पश्चात श्रद्धालुओं ने दर्शन शुरू किये।
कपाट खुलने के अवसर पर बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने शुभकामनाएं दी कहा कि बीते यात्राकाल में रिकार्ड तीर्थ यात्री श्रीकेदारनाथ धाम पहुंचे इस वर्ष भी श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होगी जिसके लिए मुख्य मंत्री पुष्कर सिह धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार तथा मंदिर समिति यात्री सुविधाओ हेतु प्रतिबद्ध है।
कार्यक्रम के अनुसार 6 मई को श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में भगवान भैरवनाथ जी की पूजा हुई थी भगवान केदारनाथ की पंचमुखी भोगमूति 9 मई को श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से विभिन्न पड़ावों से होते हुए केदारनाथ धाम पहुंची थी 10 मई ठीक प्रात:7 बजे श्री केदारनाथ धाम के कपाट खोल दिये गये। कपाट खुलने के पश्चात भगवान केदारनाथ के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप् से श्रृंगार रूप् दिया गया। तथा तीर्थ यात्रियों ने दर्शन करने शुरू किये।
जारी प्रेस विज्ञप्ति बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया गया कि कल शनिवार 11 मई को श्री केदारनाथ धाम में श्री भकुंट भैरव मंदिर के द्वार खुलने के साथ श्री केदारनाथ मंदिर में नित्य प्रति आरतियां एवं संध्याकालीन आरतियां शुरू हो जायेगी।
आज कपाट खुलने के समय हक-हकूकधारी सहित केदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग, पुजारी शिवशंकर लिंग, संस्कृति एवं कला परिषद के उपाध्यक्ष मधु भटृट मंदिर समिति सदस्य श्रीनिवास पोस्ती,वीरेंद्र असवाल, , मुख्यकार्याधिकारी योगेंद्र सिंह,कार्याधिकारी आरसी तिवारी, धर्माचार्य औकार शुक्ला, वेदपाठी यशोधर मैठाणी, विश्वमोहन जमलोकी स्वयंबंर सेमवाल, प्रदीप सेमवाल, अरविंद शुक्ला, कुलदीप धर्म्वाण, देवानंद गैरोला आदि मौजूद रहे।
गंगोत्री एवं यमुनोत्री मंदिर के कपाट धार्मिक विधि-विधान के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए
अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर गंगोत्री एवं यमुनोत्री मंदिर के कपाट धार्मिक विधि-विधान के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए है। इस अवसर पर देश-विदेश से आए हजारों श्रद्धालु दिव्य धार्मिक परंपराओं की भव्यता के साथ ही गंगा व यमुना के उद्गम क्षेत्रों की सांस्कृतिक समृद्धि के साक्षी बने। श्रद्धालुओं ने कपाटोद्घाटन के अवसर पर गंगा-यमुना में स्नान-पूजन करने के बाद मंदिर और अखंड ज्योति के दर्शन कर पुण्य अर्जित किया। यात्राकाल के शुभारंभ पर तीर्थ धामों का अभिषेक करने तथा तीर्थयात्रियों के स्वागत के लिए हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा भी की गई और लोक कल्याण की मंगलकामना करने के साथ ही यात्रा के सुखद और सुरक्षित संपन्न होने की कामना की गई।
यमुनोत्री धाम में कपाटोद्घाटन के लिए प्रातः 6 बजकर 29 मिनट पर मां यमुना की उत्सव डोली अपने शीतकालीन प्रवास खरसाली (खुशीमठ) से अपने भाई शनिदेव की अगुवाई में कालिन्दी पर्वत की तलहटी में स्थित यमुनोत्री धाम के लिए रवाना हुई। खरसाली में ग्रामीणों एवं लोेक देवाताओं की डोलियों ने यमुना जी की डोली को भावुक कर देने वाले माहौल के बीच विदा किया। डोली यात्रा में जिला कमांडेंट होमगार्ड रूद्रप्रयाग सुनील डंगवाल के नेतृत्व में शामिल 15 महिलाएं 8 पुरूष जवानों का बैगपाईपर बैंड भी आकर्षण का प्रमुख केन्द्र रहा। यमुनोत्री धाम में रोहिणी नक्षत्र की बेला पर वैदिक मंत्रोच्चार व विधि-विधान के साथ तीर्थ पुरोहितों के द्वारा पूर्वाह्न 10 बजकर 29 मिनट पर मंदिर केे कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गए। यमुनोत्री में कपाट खुलने के मौके पर छः हजार से अधिक श्रद्धालुओं के साथ ही एसपी विजिलेंस डॉ. मुरुगेशन, विधायक यमुनोत्री संजय डोभाल, यमुनोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं एसडीएम बड़कोट मुकेश रमोला, सीओ सुरेन्द्र सिंह भण्डारी, मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल, पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरूषोत्तम उनियाल, पवन उनियाल समेत तीर्थ पुराहित और अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।
इधर भैरोघाटी से चलकर गंगा जी की डोली हजारों श्रद्धालुओं के जलसे के साथ गंगोत्री धाम पहॅुची तो भागीरथी के उद्गम क्षेत्र में आस्था का समुद्र उमड़ पड़ा। हर-हर गंगे के उद्घोष और पूजा-अभिषेक के साथ गंगोत्री धाम में अभिजीत मूहूर्त पर अपराह्न 12.25 बजे कपाटोद्घाटन हुआ।
इस अवसर पर सेना की जेकेलाई रेजीमेंट के बैंड की स्वरलहरियों ने कपाटोद्घाटन के महोत्सव की भव्यता को नया आयाम दिया। रेजीमेंट के द्वारा श्रद्धालुओं के लिए लंगर की भी व्यवस्था की गई थी।
गंगोत्री मंदिर के कपाटोद्घाटन के अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक ए.पी. अंशुमान, जिलाधिकारी डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, मुख्य विकास अधिकारी जय किशन, विधायक गंगोत्री सुरेश चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण, उप जिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी, पुलिस उपाधीक्षक प्रशांत कुमार, तहसीलदार सुरेश सेमवाल, गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल, सचिव सुरेश सेमवाल, ब्लॉक प्रमुख भटवाड़ी विनीता रावत सहित तीर्थ पुरोहित और लगभग आठ हजार श्रद्धालुजन उपस्थित रहे।