सामाजिक सांस्कृतिक संस्था ‘अभिव्यक्ति कार्यशाला’ अपने वार्षिक आयोजन ‘आवाहन’ के तहत दिल्ली में दो दिवसीय ‘लोक उत्सव’ का आयोजन कर रही है। लोधी रोड स्थित इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में 27-28 मार्च, 2022 को होने वाले इस आयोजन में पहले दिन उत्तराखंड के इतिहास के मिथक चरित्र रहे हर्षदेव जोशी के जीवन पर आधारित नाटक ‘एक चाणक्य ऐसा भी’ का मंचन किया जायेगा। दूसरा दिन लोक के चितेरे स्व. केशव अनुरागी और स्व. चन्द्रसिंह ‘राही’ को समर्पित किया जायेगा। इसमें उत्तराखंड की लोकविधाओं पर एक सेमिनार और सांस्कृतिक संध्या ‘एक शाम लोक प्रहरियों के नाम’ में उत्तराखंड के प्रतिष्ठित लोकगायक और नई पीढ़ी के गायक अपनी प्रस्तुतियां देंगे।

‘अभिव्यक्ति कार्यशाला’ के महासचिव और कार्यक्रम के संयोजक मनोज चंदोला ने बताया कि संस्था पिछले 33 वर्षों से साहित्य, संगीत, कला, रंगमंच, सिनेमा और उत्तराखंड के जनसरोकारों के लिये काम कर रही है। वर्ष 2014 से संस्था ने अपने वार्षिक कार्यक्रम की शुरुआत ‘आवाहन’ के नाम से की थी। इसमें प्रतिवर्ष तीन दिवसीय आयोजन में उत्तराखंड के विभिन्न विषयों पर सेमिनार, नाटक, लोक पर आधारित कार्यक्रम किये जाते रहे हैं। संस्था ने वर्ष 2017 को उत्तराखंड रंगमंच की शताब्दी वर्ष के रूप में मनाया था। इसमें वर्षभर में उत्तराखंड के 28 नाटकों का मंचन किया गया। संस्था ने वर्ष 2019 से अपने वार्षिक आयोजन ‘आवाहन’ के तहत तीन ‘लोक-उत्सव’ की शुरुआत हल्द्वानी से की थी। इसमें उत्तराखंड की संस्कृति, कला, भाषा, साहित्य, संगीत, स्थानीय उत्पादों को बढ़ाने के लिए काम किया। कोरोना के चलते फिर यह आयोजन नहीं हो पाये। संस्था ‘लोक-उत्सव’ को फिर शुरू कर रही है। दो दिवसीय यह आयोजन दिल्ली के लोधी रोड स्थित इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में 27-28 मार्च, 2022 को होगा।

श्री चंदोला ने बताया कि इस बार का ‘लोक-उत्सव’ दो दिन का होगा। इसमें पहले दिन उत्तराखंड के इतिहास के तीन कालखंडों को प्रभावित करने वाले मिथक बन चुके कूटनीतिज्ञ हर्षदेव जोशी के जीवन पर आधारित नाटक ‘एक चाणक्य ऐसा भी’ का मंचन किया जायेगा। इसमें उत्तराखंड और हिन्दी नाटकों के सुपरिचित कलाकार भाग ले रहे हैं। दूसरा दिन उत्तराखंड की लोक विधाओं को नया फलक देने वाले स्व. केशव अनुरागी और स्व. चन्द्रसिंह ‘राही’ को समर्पित होगा, जिसमें उत्तराखंड के सुपरिचित और नई पीढ़ी के गायक अपनी प्रस्तुतियां देंगे। ‘उत्तराखंड में लोक विधाओं की परंपरा और भविष्य’ पर सेमिनार का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट काम करने वाले लोगों को सम्मानित किया जोयगा। ‘लोक के अनुरागी’ नाम से स्मारिका का प्रकाशन भी किया जा रहा है।