Last Tribute To Indira Hridyesh : उत्तराखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तथा कांग्रेस की कद्दावर नेता डॉ. इंदिरा हृदयेश का रविवार को नई दिल्ली में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। 80 वर्षीय वरिष्ठ कांग्रेस नेता पार्टी बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली आई थी और वह उत्तराखंड सदन में ठहरी हुई थीं। रविवार को देर रात करीब 9.15 बजे उनका पार्थिव शरीर हल्द्वानी स्थित उनके आवास पर पहुंच गया था।
दिल्ली दौरे पर गए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत भी सोमवार सुबह हेलिकॉप्टर से हल्द्वानी के गौलापार हेलीपैड पहुंचे, जहां से वह इंदिरा हृदयेश के आवास पर पहुंचे। सीएम तीरथ सिंह रावत के अलावा कैबिनेट मिनिस्टर बंसीधर भगत, अरविंद पांडे, राज्यमंत्री रेखा आर्य, नवीन दुम्का, समेत प्रदेश के अन्य बड़े नेता भी डॉ. इंदिरा के अंतिम दर्शन को पहुँचे थे। इस दौरान सीएम ने कहा कि इंदिरा हृदेयश का व्यक्तित्व ऐसा था कि वह दलगत राजनीति से ऊपर उठ विकास के लिए लड़ती थी। उनका निधन एक बड़ी क्षति है। राज्य सरकार पूरी कोशिस करेगी कि उनके अधूरे सपनों को पूरा किया जाएगा। इसके बाद वह दिल्ली रवाना हो गए।
जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर कांग्रेस भवन स्वराज आश्रम लाया गया। आश्रम में पार्थिव शरीर को लोगों के दर्शनार्थ रखा गया। जहाँ स्व. इंदिरा हृदयेश को श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा हुआ है। यहाँ से 10 बजे के बाद अंतिम यात्रा चित्रशिलाघाट रानीबाग के लिए प्रस्थान करेगी।
उनके समर्थकों की भीड़ देख पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी व्यवस्था बनाने में जुटे थे। नैनीताल रोड पर दोनों तरफ वाहनों की कतार लगी थी। जिसके बाद पुलिस ने आवास की तरफ बैरिकेड लगा लोगों से पैदल ही आने की अपील की। वहां नेता प्रतिपक्ष जिंदाबाद-अमर रहे के नारे सड़क तक गूंज रहे थे।
करीब 47 सालों से राजनीति में सक्रिय हृदयेश हल्द्वानी से कांग्रेस विधायक थीं। वह इस साल अप्रैल में कोविड-19 संक्रमित हुई थीं। कोरोना से ठीक होने के बाद उनके दिल की सर्जरी हुई थी। वह शनिवार को दिल्ली में उत्तराखंड पार्टी प्रभारी देवेंद्र यादव की अध्यक्षता में हुई बैठक में भी शामिल हुई थीं।