गोपेश्वर: चमोली जनपद में हिच्ले कई दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते घाट ब्लॉक मुख्यालय से सटे फरखेत गांव में बीती रात भूस्खलन की चपेट में आने से दो सगे भाई मलवे में जिंदा दफन हो गए। शवों का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार कर लिया गया है। इस घटना से गांव में कोहराम मच गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती रात करीब 8-9 बजे फरखेत गांव के बुरालीधार तोक में अचानक भूस्खलन से मलवा आना शुरू हुआ। मलवे ने इतना विकराल रूप लिया कि रात को ही भूस्खलन से आए मलवे के कारण मकान भरभरा कर गिर गया और अपने घर में रह रहे दो सगे भाई गबर लाल व सबर लाल मकान के अंदर ही दब गए। इस दौरान मोख गांव से आए हुए मेहमान चंद्र लाल ने भाग कर जान बचाई किंतु वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके साथ ही परिजनों समेत आस-पास के क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। घटना की सूचना मिलते ही आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे और राहत व बचाव में जुट गए। चंद्र लाल को किसी तरह सुरक्षित निकाल लिया गया। इसके बाद दोनों भाइयों के शवों को मलवे से निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। देर रात दोनों शवों को भी निकाल लिया गया।
इस दौरान पुलिस, एनडीआरएफ की टीमों के साथ ही तहसीलदार सोहन सिंह रांगड़ भी मौके पर पहुंच कर राहत व बचाव कायरे में जुटे रहे। बताया जा रहा है कि दोनों भाइयों का पूरा परिवार भी बगल के ही मकान पर था। दोनों भाई अपने ही अलग मकान में मेहमान के साथ आपसी वार्ता लाप में जुटे हुए थे। इसी बीच यह हादसा हो गया। बताया जा रहा है कि परिवार में मृतक गबर लाल की पत्नी तथा दो बेटे व दो बेटियां हैं। इनमें बड़ी बेटी की शादी हो गई है जबकि सबर लाल के परिवार में पत्नी तथा 5 बेटियां व दो बेटे हैं। 3 बेटियों की शादी हो चुकी है। इस घटना से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय लाया गया और पोस्टमार्टम के बाद पैतृक घाट पर अंत्येष्टि कर दी गई। इस घटना से पूरे गांव में मातम पसर गया है। पहाड़ों में आए दिन भूस्खलन के कारण मकानों के भरभरा कर गिरने से कई लोग जिंदा दफन होते जा रहे हैं। घनसाली के कोट गांव में भूस्खलन से एक परिवार के 7 लोगों के जिंदा दफन होने की घटना को लोग भूल भी नहीं पाए थे कि बीती रात इस घटना ने लोगों को स्तब्ध कर रख दिया है। पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने पहाड़ों में रहना मुश्किल कर दिया है।