Uttarakhand Weather: उत्तराखंड में बुधवार शाम को अचानक मौसम के बदले मिजाज ने मानसून से पहले ही कहर बरपाया दिया। पौड़ी जिले के राठ क्षेत्र में बदल फटने के साथ ही एक घंटे की मूसलाधार बारिश से क्षेत्र के कई गांवों मे तबाही मचा दी। बारिश के बाद गदेरे उफान पर आ गए। बारिश की वजह से क्षेत्र में 25 से 30 गांव प्रभावित हुए हैं।

ग्रामीणों से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार की शाम को 1 घंटे की मूसलाधार बारिश से राठ क्षेत्र के  सेजी, बुरासी, नोठा, कोठला, धुलेत, सकनी यांना आदि गांवों मे बारिश से भयकर तबाही हुई है। बारिश से पेयजल लाइन, टैंक, बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। बारिश से चपलोड़ी- चोरीखल- थैलीसैंण मोटरमार्ग भी कई स्थान पर बंद हो गया है।  घटना की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचकर बंद पड़ी मोटर मार्गो को खोलने में जुटा हुआ है।

घटना की सूचना मिलने पर डीएम डॉ आशीष चौहान आपदा कन्ट्रोल रूम पहुंचे। उन्होंने राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्राथमिक तौर पर प्रभावित बताए जा रहे  गांवो में आवश्यकता अनुसार कदम उठाए जाएं। बताया कि वीरोखल व अन्य प्रभावित इलाकों में जिला मुख्यालय से आपदा रेस्क्यू वाहन ड्रैगन लाइट व रिमोट एरिया लाइट, रेस्क्यू उपकरण, फ़ूड पैकेट, पानी की बॉटल्स सहित रवाना कर दी गई है।

20 घरों में घुसा बरसाती पानी

बीरोंखाल में बुधवार को बादल फटने से बंगारस्यू के राजस्व ग्राम सुकई में अतिवृष्टि से 20 घरो में पानी घुस गया है ओर कुछ गौशाला में भी पानी का भरान हुआ है। पौड़ी के डीएम डॉ आशीष चौहान ने बताया जान-माल के क्षति की  कोई सूचना नहीं है। एसडीम श्रीनगर को मोके पर भेज दिया गया है।

राहत पहुंचाने के तत्कार दिए निर्देश

बीरोंखाल के कुणजोली में बारिश ने जमक तबाही मचाई है। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चौहान को तुरंत ही राहत व बचाव कार्य शुरू करने के सख्त निर्देश दिए हैं। कहा कि सड़क कनेक्टिविटी बहाल करने के भी निर्देश दिए हैं। घटनास्थल पर राजस्व उप निरीक्षक और उनकी पूरी टीम पहुंचने के साथ ही राहत कार्य शुरू कर दिया गया है।

उत्तरकाशी में भी मची तबाही

बुधवार सायं 4 बजे हुई मूसलाधार बारिश से प्रखंड के गढ़वालगाड गांव के  बौणी तोक में गांव के धूरत सिंह, ब्रिक्रम सिंह,सूरत सिंह, माघ सिंह,उधम सिंह एवं चतर सिंह की दुकान में के आंगन और मकानों के निचले कमरों में मलबा घुस गया, और निचली मे बंधे भैस आदि फंस गए, ग्रामीणों ने मलबा हटाने का कार्य शुरू किया,मलबे से हर घर जल योजना के वाटर टैंक को नुक्सान हुआ।

कुमाऊं में बारिश के चलते कई मार्ग बंद

उधर, कुमाऊं में भी बुधवार शाम तेज बारिश ने जीवन अस्त व्यस्त कर दिया। हल्द्वानी-अल्मोड़ा हाईवे, रामनगर-बदरीनाथ सहित कई मार्ग एक से दो घंटे तक बंद रहे। अल्मोड़ा और नैनीताल में कई स्थानों पर पहाड़ों से आया मलबा घरों, दुकानों और प्रतिष्ठानों में घुस गया। मुनस्यारी व धारचूला के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में ग्लेशियर पिघलने तथा बारिश से गोरी, काली, रामगंगा, धौली नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में नदी किनारे की आबादी की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

देहरादून के कई इलाकों में बारिश ने गर्मी से दिलाई राहत

देहरादून के कई इलाकों में बुधवार को बारिश दर्ज की गई। दोपहर बाद बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली। दून में अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री ज्यादा यानी 37.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शहर में बुधवार सुबह से दोपहर तक धूप खिली रही। हवाएं ज्यादा गर्म नहीं थीं। दोपहर बाद आईटी पार्क, सहस्रधारा, कैनाल रोड, राजपुर, मालदेवता समेत कई इलाकों में बारिश हुई। मौसम निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने बताया कि दून में आज अधिकतम तापमान 38 और न्यूनतम 24 डिग्री रह सकता है।

सात जिलों में बारिश के आसार

राज्य के सात पहाड़ी जिलों में आज बारिश हो सकती है। शेष जिलों में मौसम शुष्क रहेगा। बुधवार को मौसम विभाग की ओर से यह पूर्वानुमान जारी किया गया। चारधाम में भी तीन दिन तक हल्की बारिश की संभावना है।