उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को किसानों की मौत के बाद हुई हिंसा का असर उत्तराखंड में भी दिखाई दिया। लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत से गुस्साए कांग्रेसियों ने कई जिलों में विरोध प्रदर्शन किए। रुद्रपुर, लालकुआं, डोईवाला ऋषिकेश, राजधानी देहरादून समेत कई स्थानों पर भाजपा सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन देखने को मिला।

सोमवार को देहरादून के घंटाघर में कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए भाजपा सरकार का पुतला दहन किया और साथ ही जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस ने इसे गुंडागर्दी बताया और सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, गरीमा धसौनी समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे। इससे पहले हरीश रावत ने एक घंटे का मौन उपवास किया और लखीमपुरी में मारे गए किसानों को शहीद का दर्जा देते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।

इसी के साथ पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपनी गिरफ्तारी दी है और प्रदेश भर में और भी कई कांग्रेस नेता अपनी गिरफ्तारी दी। दूसरी ओर लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत के बाद उत्तराखंड के किसान भी गुस्से में हैं। ऊधमसिंह नगर जिले के काशीपुर में किसानों ने चेतावनी दी है। उनका कहना है कि वह काशीपुर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मंगलवार को होने वाली रैली नहीं होने देंगे।