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श्रीनगर गढ़वाल : पौड़ी गढ़वाल के खिर्सू ब्लॉक के अंतर्गत देवलगढ़ में हुए जलेबी मेले में रविवार को स्व. एचएस खत्री स्मृति रस्सा-कस्सी प्रतियोगिता आयोजित की गयी। रस्सा-कस्सी प्रतियोगिता के महिला वर्ग में गहड़ की टीम ने रोमांचक मुकाबले में देवलगढ़ की टीम को पराजित कर प्रथम स्थान हासिल किया। स्वीत की टीम तृतीय स्थान पर रही। वहीँ पुरुष वर्ग की प्रतियोगिता में देवलगढ़ की टीम ने गैरू की टीम को पछाड़कर प्रथम स्थान हासिल किया। पुरुष वर्ग में मन्दोली की टीम तृतीय स्थान पर रही। महिला वर्ग में गहड़ की अनिता देवी तथा पुरुष वर्ग में देवलगढ़ अखाड़ा के राहुल प्रसाद को सर्वोत्तम खिलाड़ी का पुरस्कार दिया गया।

प्रतियोगिता में पुरुष तथा महिला वर्ग में आठ-आठ टीमों ने प्रतिभाग किया। प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली दोनों टीमों को 21-21 सौ रुपये के साथ तीन-तीन किलो जलेबी, द्वितीय आने वाली टीमों को 11-11 सौ रुपये के साथ दो-दो किलो जलेबी तथा तृतीय स्थान वाली दोनों टीमों को पांच-पाच सौ रुपये के साथ एक-एक किलो जलेबी दी गई। मैच के सर्वोत्तम दोनों खिलाड़ियों को एक-एक किलो जलेबी इनाम में दी गई।rassa-kassi-competition

इसके अलावा बच्चों की चार टीमों की जलेबी दौड़ प्रतियोगिता में तनुज, अर्पित, अक्षय, आयुष व सौम्या ने प्रथम तथा अंशुमन, संदीप, ऋतिक, निशा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। महिलाओं की जलेबी दौड़ प्रतियोगिता में आशा देवी, कोमल देवी, हेमा देवी ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। आयोजन में गहड़ के बागवान अर्जुन सिंह पंवार, शिक्षिका संगीता फरासी, उमा खत्री, नरेन्द्र सिंह रौथाण, नरेन्द्र सिंह भण्डारी, स्वीत मंदोली की क्षे.पं.सदस्य ऊषा देवी ने आर्थिक सहयोग प्रदान किया। वहीँ मंगल सिंह, दुर्गेश कुमार, टिंकू कुमार तथा ताजबर कुमार ने निर्णायक की भूमिका निभाई।

इस अवसर पर रमेश मन्द्रवाल, सौरभ भारती, पुष्कर सिहं चौहान, कुलदीप चौहान, संगीता बिष्ट, उत्तम सिहं कैंतुरा, गजेन्द्र सिंह कैंतुरा, गजेन्द्र सिंह भण्डारी आदि मौजूद रहे।

इससे पूर्व शिक्षा के क्षेत्र में अलख जगाने वाली राजकीय प्राथमिक विद्यालय गहड़ की सहायक अध्यापिका संगीता फरासी ने बतौर मुख्य अतिथि प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। ग्राम प्रधान देवलगढ़ प्रमोद उनियाल की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में संयोजक केपी उनियाल ने स्व. हुकमसिंह खत्री के जीवन व कृत्तत्य पर प्रकाश डालते हुए स्व. एचएस खत्री को कर्मठ व आदर्श अध्यापक बताते हुए कहा कि स्व. खत्री जी ने अपने अध्यापनकाल में कई छात्र छात्राओं का जीवनबदला। कार्यकम का सचालन केपी उनियाल और मंगल सिंह ने किया।