hnb garhwal university srinagar

श्रीनगर गढ़वाल : हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं के लिए गर्व विषय है. मानव संसाधन विकास मंत्रालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की ओर से देश के 40 केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए तय वा तय गुणवत्ता, मानकों एंव लक्ष्यों के मूल्यांकन के अधार पर हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय ने 77 प्रतिशत अंक प्राप्त कर पांचवां स्थान प्राप्त किया है। इस उपलब्धि से गढ़वाल विश्वविद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों में खुशी की लहर है।

मंत्रायल द्वारा जारी सूची के अनुसार हेमवती नन्दन बहुगुणा गढवाल विश्वविद्यालय द्वारा कुल 77 प्रतिशत अंक प्राप्त करते हुये देश के 40 केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में पांचवां स्थान प्राप्त किया गया है, जो कि नवोदित केन्द्रीय विश्वविद्यालय के लिए गौरव की विषय है।

विश्वविद्यालय की इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने खुशी जताते हुये कहा कि विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बीच सीमित संसाधनों के बावजूद विवि यह उपलब्धि हासिल करने में सफल रहा है। देशभर के केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शिक्षण और शोध की गुणवत्ता बढ़ाने और उन्हें देश और समाज की जरूरत के अनुसार कार्य करने को लेकर मंत्रालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के साथ प्रतिवर्ष हर केंद्रीय विश्वविद्यालय को निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए कार्य करना पड़ता है। इसके लिए हर केंद्रीय विवि को एमएचआरडी और यूजीसी के साथ एक एमओयू कर निर्धारित पैरामीटर के अनुपालन में किए गए कार्यों की रिपोर्ट भी देनी होती है। उसी के आधार पर विश्वविद्यालय के कार्यों का आंकलन कर यह रैंकिग केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय की ओर से की जाती है। कुलपति ने कहा कि ग्रेडिग की दौड़ में गढ़वाल विवि ने दिल्ली विवि, विश्व भारती कोलकाता, पंजाब विवि, सेंट्रल विवि केरल को भी पीछे छोड़ दिया। कुलपति प्रो नौटियाल ने कहा कि विवि द्वारा भविष्य में केन्द्रीय विश्व विश्वविद्यालयों की सूची मे प्रथम स्थान प्राप्त करने हेतु सम्पूर्ण प्रयास करेगा।

केंद्रीय विश्वविद्यालय की रैंकिंग में टॉप 5 विश्वविद्यालय 

  1. जामिया मिलिया इस्लामिया 90%
  2. राजीव गांधी विश्वविद्यालय अरुणाचल प्रदेश 83%
  3. जेएनयू, दिल्ली 82%
  4. एएमयू, अलीगढ़। 78%
  5. हेनब गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय, उत्तराखंड 77%