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पौड़ी गढ़वाल: गढ़वाल कमीश्नरी की 50 वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित सुनैरू गढ़वाल कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सरकारी पाठ्यक्रम में कक्षा एक से लेकर पांचवीं तक के लिए गढ़वाली पाठ्य पुस्तकों का विमोचन किया गया। धगुली, हंसुळि, छुपकी, पैजबि और झुमकी नामक ये पुस्तकें अब सरकारी पाठ्यक्रम का हिस्सा होंगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि गढ़वाली पाठ्यक्रम की यह पुस्तक आने वाले समय में गढ़वाली बोली-भाषा को संरक्षित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।

उल्लेखनीय है कि पौड़ी के ज़िलाधिकारी धीरज सिंह गर्ब्याल की पहल पर विषय विशेषज्ञों की टीम ने पहली से पांचवीं तक की कक्षाओं के लिए गढ़वाली पुस्तकें तैयार की हैं। पहली से पांचवीं कक्षा तक की इन पुस्तकों के नाम क्रमशः धगुलि, हंसुलि, छुपकी, पैजबी और झुमकी सभी गढ़वाली आभूषणों के नाम पर रखे गए हैं।narendra-singh-negi

इन पुस्तकों की रचना में विभिन्न शिक्षकों, लेखकों एवं गढ़वाली साहित्यकारों का सहयोग लिया गया है। लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी, साहित्यकार गणेश खुगशाल गणी, चित्रकार राकेश राका समेत कई अन्य साहित्यकारों ने इन पुस्तकों में अपना रेखांकन दिया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लेखकों, चित्रकारों के साथ साथ इन पुस्तकों की परिकल्पना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी को सम्मानित किया गया।

नन्दा गौरा योजना के तहत विभिन्न बालिकाओं को 5 हजार से 51 हज़ार तक के चैक किए वितरित

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मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने नन्दा गौरा योजना के तहत विभिन्न बालिकाओं को 51 हज़ार से 5 हजार तक के चैक भी वितरित किए।

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