GB Pant National Himalayan Environment Institute

श्रीनगर गढ़वाल: देवप्रयाग विधानसभा के कीर्तिनगर चौरास क्षेत्र में बनने वाले जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण संस्थान के विस्तारीकरण कर इकाई खोलने का रास्ता साफ हो गया है। राज्य सरकार ने परिसर निर्माण के मार्ग में उत्पन्न हो रही भूमि की अड़चनों को दूर कर दिया है। जिसके बाद निकट भविष्य में चौरास के नागराजासैण में जीबी पंत का परिसर बनकर तैयार होने के आसार नजर आ रहे हैं।

देवप्रयाग के विधायक विनोद कंडारी ने बताया कि जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण संस्थान के आवासीय-अनावासीय भवन एवं जूड़ी-बूटी विस्तारीकरण के लिए ग्राम सांक्रौ मध्ये नागराजासैंण में वर्ष 2019-20 में स्वीकृति मिली थी। किंतु परिसर निर्माण के लिए सड़क मार्ग न होने के चलते भवन निर्माण के कार्य लंबित पड़े थे। जिस स्थान से सड़क बननी थी उस भूमि का व्यय भारी भरकम होने के चलते संस्थान यह धनराशि राज्य सरकार को नहीं दे पा रहा था।

विधायक कंडारी ने कहा कि संस्थान के विस्तारीकरण को देखते हुए राज्य सरकार ने यह धनराशि माफ कर दी व संस्थान के निर्माण के लिए निशुल्क भूमि उपलब्ध करवा दी। विधायक कंडारी ने बताया सरकार द्वारा निशुल्क भूमि उपलब्ध करवाने के साथ साथ केन्द्र सरकार ने भी भवन निर्माण के लिए 44 करोड़ रूपए की धनराशि जारी कर दी है। जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं मंत्री मंडल का आभार प्रकट किया है।

उन्होंने कहा कि इससे कीर्तिनगर चौरास क्षेत्र में एक राष्ट्रीय स्तर के संस्थान का विस्तारीकरण संभव हो पायेगा जो क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक होगा। उन्होंने बताया कि इस संस्थान के बन जाने से जहां हिमालय के पर्यावरण यहां की जड़ी बूटियों पर शोध कार्य होंगे वहीं स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी खुलेंगे।