देहरादून : चमोली जिले में जोशीमठ से आगे ग्लेशियर टूटने की खबर है। एवलांच के बाद ऋषिगंगा और फिर धौलीगंगा पर बने हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूटने से गंगा और उसकी सहायक नदियों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। इसे देखते हुए राज्य में चमोली से लेकर हरिद्वार तक अलर्ट जारी कर दिया गया है। जब यह हादसा हुआ, तब दोनों प्रोजेक्ट पर काफी संख्या में मजदूर कार्य कर रहे थे। कई मजदूरों के बहने की सूचना है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार सुबह एवलांच के बाद चमोली जिले के अंर्तगत ऋषिगंगा नदी पर रैणी गांव में निर्माणाधीन 24 मेगावाट के हाइड्रो प्रोजेक्ट का बैराज टूट गया। इसके बाद मलबे और पानी का तेज बहाव धौलीगंगा की ओर बढ़ा। नतीजतन रैणी से करीब 10 किमी दूर तपोवन में धौलीगंगा नदी पर निर्माणाधीन 520 मेगावाट की विद्युत परियोजना का बैराज भी टूट गया। इसके बाद हालात बिगड़ गए। दोनों प्रोजेक्ट पर काम कर रहे बड़ी संख्या में मजदूरों के बहने की सूचना है।
खतरे को देखते हुए कर्णप्रयाग का बाजार खाली करवाने में स्थानीय प्रशासन जुट गया है। वही ये सूचना हरिद्वार जिले तक अलर्ट लेकर आई है। चमोली जिले के नदी किनारे की बस्तियों को पुलिस लाउडस्पीकर से अलर्ट कर रही है। कर्णप्रयाग में अलकनंदा नदी किनारे बसे लोग मकान खाली करने में जुटे। हालांकि एक पावर डैम के पूरी तरह ध्वस्त होने की सूचना है। अनुमान के मुताबिक पानी के रिसाव के खतरे को देख एसडीआरफ को अलर्ट किया गया है। शासन स्तर पर आला अधिकारी भी मामले की जानकारी व योजना बनाने में जुट गए है। डीआईजी रिदिम अग्रवाल ने पुष्टि करते हुए आसपास के इलाके में अलर्ट जारी करते हुए बताया है कि एक एवलांच भी आया था जिस वजह से हादसा हुआ हो सकता है। आम जनमानस को सूचित किया जाता है कि तपोवन रैणी क्षेत्र में ग्लेशियर आने के कारण ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को काफी क्षति पहुँची है,जिससे नदी का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, ज़िस कारण अलकनंदा नदी किनारे रह रहे लोगों से अपील है जल्दी से जल्दी सुरक्षा की दृष्टि से सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं। श्रीनगर में प्रशासन ने नदी किनारे बस्तियों में रह रहे लोगों से सुरक्षित स्थानों में जाने की अपील की है। वहीं, नदी में काम कर रहे मजदूरों को भी हटाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जोशीमठ के लिए रवाना
जोशीमठ से आगे ग्लेशियर टूटने की घटना पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिव आपदा प्रबंधन और डीएम चमोली से पूरी जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री लगातार पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। संबंधित सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। चमोली जिला प्रशासन, एसडीआरएफ के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंच गये हैं। लोगों से अपील की जा रही है कि गंगा नदी के किनारे न जाएं। अभी अभी प्राप्त जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जोशीमठ के लिए रवाना हो गए हैं। उनके साथ में सचिव आपदा प्रबंधन एसए मुरूगेशन भी जा रहे हैं।