Garhwal-Commissionery-pauri

पौड़ी गढ़वाल: गढ़वाल कमीश्नरी के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में पौड़ी शहर में आयोजित होने वाले गोल्डन जुबली कार्यक्रम को बेहद खास बनाया जा रहा है, इसके लिए रूपरेखा तय कर ली गई है। इस मौके को और ख़ास बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार पौड़ी में आगामी कैबिनेट की बैठक करने जा रही है। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। संभवतः आगामी 29 जून को पौड़ी में कैबिनेट की बैठक होगी। कैबिनेट बैठक में जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ मूलभूत सुविधाओं खास कर पीने के पानी की कमी को दूर करने सम्बंधित विषयों पर चर्चा हो सकती है।

गढ़वाल मण्डल पौड़ी के 50 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आगामी 29 व 30 जून को गोल्डन जुबली के रूप में भव्य रूप कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा, जिसके लिए पौड़ी शहर के तीनों प्रवेश द्वारों को सजाने के साथ ही शहर को लड़ियाँ लगाकर जगमग किया जायेगा। इस मौके पर कैबिनेट की बैठक के अलावा पलायन पर एक गोष्ठी, बहुद्देश्यीय शिविर एवं रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ माउंटेन बाइकिंग और मैराथन दौड़ का भी आयोजन किया जाएगा। गोल्डन जुबली कार्यक्रम को लेकर मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी दीप्ति सिंह की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार पौड़ी में समीक्षा बैठक हुई। जिसमे सम्बंधित अधिकारियों को सौंपे गये दायित्वों को भली भांति निर्वहन करने के निर्देश दिये।

50 साल पहले हुआ था गढवाल मण्डल का गठन

अब से 50 वर्ष पहले सन 1969 में गढ़वाल मण्डल की स्थापना की गई जिसका मुख्यालय पौड़ी बनाया गया। इससे पहले देहरादून को छोड़कर उत्तराखण्ड के सभी जिले कुमाऊँ मण्डल के अंतर्गत आते थे। जबकि देहरादून जनपद मेरठ मण्डल के अधीन था। 1975 में देहरादून जिले को गढ़वाल मण्डल में शामिल कर लिया गया। जिसके बाद से गढ़वाल और कुमाऊँ मण्डल के अंतर्गत 6-6 जिले हो गए। और वर्ष 2000 में पृथक उत्तराखण्ड राज्य बन जाने पर हरिद्वार जनपद को भी गढ़वाल मण्डल में शामिल कर लिया गया।

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