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अल्मोड़ा : कोरोना महामारी  ने भी लोगों को क्या-क्या दिन दिखा दिए हैं। वैसे तो इस वक्त पूरा देश ही कोरोना से खौफजदा है। परन्तु जिन घरों में इन दिनों शादियां होनी हैं वे लोग सबसे अधिक चिंतित और परेशान हैं। कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए मामलों का सीधा असर इन दिनों हो रहे शादी समारोह पर पड़ रहा है।

बीते शनिवार को उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले से ऑनलाइन शादी का एक अनोखा मामला सामने आया। जहाँ दूल्हा दुल्हन वीडियो कॉलिंग के जरिये 7 फेरे सहित सभी रस्में निभाते हुए ऑनलाइन तरीके से शादी के बंधन में बंधे। आनन फानन कराई गई इस ऑनलाइन शादी में न बैंड, बाजा और न ही बराती आए। दोनों पक्षों के पंडितों ने विधि-विधान और मंत्रोच्चातरण के बीच शादी संपन्न कराई।

मूल रूप से अल्मोड़ा जनपद के जैंती तहसील के ल्वाली गांव निवासी स्व. नारायण सिंह धोनी का परिवार वर्तमान में लखनऊ के गोमती नगर में रहता है। उनके पुत्र उमेश सिंह धोनी की शादी तहसील के ही कांडे गांव निवासी रमेश सिंह कन्याल की पुत्री मंजू कन्याल से होनी थी। दोनों पक्षों में गणेश पूजा हो गई थी। 24 अप्रैल को लखनऊ से बरात कांडे गांव आनी थी। जिसके लिए दूल्हा उमेश सिंह धोनी समेत उसके परिवार ने 20 अप्रैल को कोरोना जांच कराई। तीन दिन बाद रिपोर्ट आई तो दूल्हा समेत अन्य परिजन कोरोना पॉजिटिव निकल गए। दुल्हन पक्ष को जैसे ही इसकी सूचना मिली तो वहां मायूसी छा गई। दूल्हे का पूरा परिवार क्वारंटीन है। रिपोर्ट आने से पहले ही वर और वधू पक्ष ने गणेश पूजा संपन्न करा ली थी। हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक गणेश पूजा के बाद विवाह को रोकना शुभ नहीं माना जाता है।

ऐसी स्थिति में धर्माचार्यों की सलाह पर दोनों पक्षों ने ऑनलाइन शादी करने का मन बनाया। जिसके बाद वर एवं वधु दोनों पक्ष मोबाइल के जरिए एक दूसरे से जुड़े और दोनों पक्षों के पंडितों ने सारी रस्में करवा कर शादी संपन्न करवाई। मंजू और उमेश दोनों एक-दूसरे से 450 किलोमीटर दूर थे और वीडियो कॉलिंग के जरिए दोनों ने विवाह किया। पंडित जी ने मंत्र का पाठ किया और मंजू के गले में उसकी छोटी बहन ने मंगलसूत्र बांधा और उसके सिर पर सिंदूर लगाया। दूल्हा-दुल्हन ने ऑनलाइन ही सात फेरे लिए और करीब 3 घंटे की रस्मों के बाद दोनों का विवाह वर्चुअल विवाह संपन्न हुआ। दूल्हा उमेश सिंह धोनी अब क्वारंटीन की समय सीमा पूरी होने के बाद दुल्हन को लेने उसके घर आएगा।