DM relieved the village head of having a third child

टिहरी गढ़वाल के भिलंगना ब्लाक के अंतर्गत सेम बासर गांव के प्रधान विक्रम नेगी को तीसरी संतान होने पर प्रधान के पद से हटा दिया गया। सेम गांव के ही एक ग्रामीण ने इस मामले में जिलाधिकारी से शिकायत की थी, जिसके सही पाए जाने पर जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने प्रधान को पद से हटाया गया है।

शिकायतकर्ता विकेंद्र सिंह ने बताया कि वर्ष 2019 में विक्रम नेगी की दो संतान थी। उस दौरान पंचायत चुनाव में वह प्रधान पद पर निर्वाचित हुए। लेकिन वर्ष 2021 में विक्रम नेगी की तीसरी संतान भी हो गई। बेलेश्वर अस्पताल में तीसरी संतान होने का पूरा ब्यौरा है। इस मामले में विकेंद्र सिंह ने प्रशासन से शिकायत की थी, जिसके बाद जांच की गई और शिकायत सही पाई गई।

इस मामले में जिलाधिकारी कार्यालय की तरफ से 18 जनवरी 2022 को प्रधान विक्रम नेगी को अपना पक्ष रखने का अवसर दिया गया, लेकिन वह अपना पक्ष रखने जिलाधिकारी के सामने उपस्थित नहीं हुए।

भिलंगना के खंड विकास अधिकारी सतीश बडोनी ने बताया कि पंचायती राज एक्ट के तहत अगर प्रधान निर्वाचित होने के बाद भी संबंधित व्यक्ति की कार्यकाल के दौरान तीसरी संतान हो जाए, तो वह पद पर नहीं रह सकता है। इसी के तहत यह कार्रवाई की गई है। 25 मार्च को जिलाधिकारी ने प्रधान विक्रम नेगी को पद से हटाने के आदेश जारी कर दिए हैं।

वहीँ प्रधान विक्रम नेगी ने बताया कि जब उन्होंने पंचायत चुनाव लड़ा तो उनकी दो संतान थी, लेकिन उसके बाद पिछले साल उनकी तीसरी संतान हुई, जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने प्रशासन से की थी, जो नियम है वह उन्हें स्वीकार है। बता दें कि उत्तराखंड में वर्ष 2019 से प्रधान पद के चुनाव के लिए दो बच्चों वाला नियम लागू है.