karva-chauth

karwa chauth 2020 : इस वर्ष करवा चौथ का व्रत 4 नवंबर बुधवार को मनाया जाएगा। बुधवार गणेश जी का वार है और चतुर्थी तिथि भी भगवान गणेश की है इसलिए इस बार बुधवार को करवा चौथ पढ़ने से सुहागन स्त्रियों के लिए बहुत विशिष्ट संयोग पढ़ रहा है।

राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज आईडीपीएल के संस्कृत प्रवक्ता आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने बताया कि यद्यपि बुधवार को सुबह से तृतीया तिथि रहेगी परंतु दोपहर 3:24 से चतुर्थी तिथि प्रारंभ हो जाएगी और चतुर्थी तिथि का महत्व उदय व्यापिनी से नहीं अपितु चंद्र व्यापिनी से लिया जाता है। इसलिए व्रत इसी दिन रखा जाएगा चतुर्थी तिथि उस दिन रात भर रहते हुए दूसरे दिन 5:14 तक रहेगी।

उत्तराखंड ज्योतिष रत्न से सम्मानित डॉक्टर घिल्डियाल बताते हैं कि इस दिन पूजन का सर्वोत्तम समय सायंकाल 5:29 से 6:48 तक रहेगा, जबकि चंद्रमा का उदय 8:16 पर होगा। सुहागन स्त्रियां पति की लंबी आयु तथा अपने घर गृहस्ती के सफल संचालन के लिए प्रात काल स्नान कर स्वच्छ कपड़े पहन व्रत का संकल्प लें ब्रह्म मुहूर्त में सरगी ले सकती हैं। तब दिनभर जल भी ग्रहण नहीं किया जाता है पति पूजन की सामग्री फूल फल इत्यादि एकत्रित करें। सायंकाल पूजा समय पर करवा में जल भरकर उसके ऊपर दीपक जलाएं जो चंद्रोदय तक चलता रहेगा। कथा पढ़े और उसका श्रवण करें मन वचन और कर्म से भगवान गणेश माता पार्वती और भगवान शिव का ध्यान करें। माता पार्वती को यथा सामर्थ्य श्रृंगार चढ़ाएं बताया कि चंद्रमा के दर्शन करने पर उन्हें अर्घ्य देने के बाद पति द्वारा दिए गए जल से व्रत का पारायण करें उसके बाद भजन कीर्तन और तब भोजन करने से वर्ष पर्यंत घर गृहस्ती में किसी प्रकार की बाधाएं नहीं आएंगे भगवान गणेश के आशीर्वाद से सारे संकट कटेंगे।