केदार: हिल्सवन स्टूडियोज और देशी इंजन प्रोडक्शन के बैनर तले बनी उत्तराखंड की पृष्ठभूमि पर आधारित हिंदी फीचर फिल्म केदार 14 अप्रैल 2023 को यूएस सिनेमा आदित्य मॉल इंदिरापुरम गाजियाबाद में रिलीज हुई है। केदार फिल्म उत्तराखंड के एक साधारण युवक के असाधारण संघर्ष की कहानी है। जो उत्तराखंड में रहकर ही कुछ बड़ा करने का सपना संजो कर गरीबी से जूझते हुए पहाड़ों में बचपन से जवान हुआ। पढ़-लिखकर बॉक्सर बनने का सपना संजोने वाले उत्तराखंड के युवक को मालूम नहीं था कि हालात से मजबूर होकर उसे पलायन के दर्द से गुजरना होगा। दरसल उत्तराखंड की बदहाल चिकित्सा व्यवस्था के कारण केदार अपने पिता को खो देता है। और रोजगार ना होने के कारण उसे भारी मन से पहाड़ों से पलायन कर दिल्ली आना पड़ता है।
उत्तराखंड के ईमानदार व पढ़े-लिखे केदार को दिल्ली में एक छोटी सी सुरक्षा गार्ड की नौकरी मिलती है। मगर केदार के सपने बड़े थे, वह बचपन से अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर बनना चाहता था एवं उसके साथ ही अपने पिता के नाम से उत्तराखंड में एक बहुत बड़ा अस्पताल खोलना चाहता था। इस चुनौती को लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए केदार मेहनत करता है। फिल्म की कहानी केदार के सपनों के उड़ान के साथ शुरू होती है। पहाड़ों में बचपन गुजारने के बाद बॉक्सर बनने के लिए दिल्ली पहुंचता है। इस दौरान जीवन में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। फिर भी वह हिम्मत नहीं हारता। क्या केदार अपना सपना पूरा कर पायेगा? यह जानने के लिए आपको पूरी फिल्म देखनी पड़ेगी। फिल्म में शानदार गीत, जबरदस्त एक्शन एवं रोमांस है। जो दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींचेगी और उन्हें सिनेमाघरों तक आने को मजबूर कर देगी।
इस फिल्म में केदार सिंह नेगी का किरदार उत्तराखंड के प्रसिद्ध अभिनेता देवा धामी द्वारा निभाया गया है। जबकि इस फिल्म की अभिनेत्री सुमन खंडूरी है। फिल्म में उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ी एक ऐसी पीड़ा को बताया है जिसे देख आपका दिल पसीज जायेगा। पहाड़ी इलाकों में सड़कों के अभाव के चलते मरीजों को दुल्हन वाली डोली में ले जाकर पहले सड़कों तक पहुंचाया जाता है, तब जाकर किसी वाहन के जरिए किसी दूर-दराज के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हो पाता है।
केदार सिंह नेगी से आज देश का हर एक युवा अपने आप को जुड़ा हुआ महसूस करता है। क्योंकि उसका संघर्ष आज देश के वर्तमान की परिस्थितियों में पूरी तरह खरा उतरता है। फिल्म पूरे देश में रिलीज होने जा रही है। जिसका मकसद मनोरंजन के साथ विशेष रूप से हिंदी सिनेमा में व्यापकता व उसका पूर्ण रूप से विस्तार करना है। यह फिल्म किसी बड़े बैनर की नहीं है, लेकिन इसका फिल्मांकन, पटकथा व विषय इतना सराहनीय है कि इसको फिल्म जगत में एक बड़ा बदलाव कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। फिल्म के प्रोडूसर उद्योगपति सुरेश पाण्डेय हैं और निर्देशन कमल मेहता द्वारा किया गया है।
यह फिल्म उत्तराखंड के युवाओं में नई ऊर्जा भरेगी एवं उन्हें नई प्रेरणा देगी। इस फिल्म का मुख्य उद्देश्य उस युवा वर्ग को दिशा दिखाना है, जो अपने सपनों को छोड़कर नौकरी की तलाश में पहाड़ से पलायन करने को मजबूर हो जाते हैं और अंततः दिशा भ्रमित हो जाते हैं। फिल्म की कहानी यकीनन आपके दिल को छू लेगी।
फिल्म14 अप्रैल (शुक्रवार) से यूएस सिनेमा, आदित्य मॉल, इंदिरापुरम, गाजियाबाद में रिलीज़ हो चुकी है। जिसका एक शो शाम 5 बजे से हर रोज दिखाया जा रहा है।
- निर्माता : उद्योगपति सुरेश पांडे एवं जतिंदर भट्टी
- सह निर्माता : अवनीश जैन, गणेश सिंह रौतेला, अनुराग कौशल, अलंकृता मानवीय, विकास देशवर
- निर्देशक: कमल मेहता
- मुख्य कलाकार: देवा धामी, सुमन खंडूरी, गणेश सिंह रौतेला, संयोगिता ध्यानी, देबू रौतेला, वीरेंद्र कमांडो, सुखप्रीत, अरुण शर्मा, दिव्या रोए, विनायकुमार
- कोरियोग्राफर : विशाल एवं श्वेता पांडे
- गीतकार : स्वर्गीय हीरा सिंह राणा, प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ हरिसुमन बिष्ट, उषा उपाध्याय, प्रसिद्ध लोक गायक सत्येंद्र पारिइंडिया
- संगीतकार : सत्येंद्र एवं वीरेंद्र नेगी
- गायक: प्रसिद्ध लोक गायक सत्येंद्र परइंडिया, बिरेंद्र नेगी ,दीपा पंत, सत्या अधिकारी
देवभूमि संवाद के लिए मंजू रतूड़ी की रिपोर्ट