Khoh river huge devastation in Kotdwar

Kotdwar News: उत्तराखंड में पिछले 2 दिनों से हो रही भारी बारिश ने कई क्षेत्रों में भारी तबाही मचा रखी है। भारी बारिश और बादल फटने से नदी नाले उफान पर हैं। नदियों का रौद्र रूप देखकर लोग खौफजदा हैं। रविवार रात से हो रही मूसलाधार बारिश ने एक बार फिर कोटद्वार क्षेत्र में भारी तबाही मचाई है। कोटद्वार में गाड़ीघाट व झूला बस्ती में कल देर रात खोह नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाते हुए भीषण तबाही मचाई है।

इस इलाके में कल देर रात एक दर्जन से ज्यादा मकान खोह नदी में समा गए है। मकान बहने के आंकड़ों में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है। खोह नदी रोद्र रूप दिखाते हुए आबादी की ओर कटाव कर रही है जिससे आवासीय मकान नदी की चपेट में आ रहे है। प्रभावित लोगो का कहना है कि रात 1 बजे के लगभग नदी का जल स्तर बहुत जायदा बड़ गया था। जिससे हमारे मकान नदी की चपेट में आ गए। किसी तरह हम जान बचाकर भागे। सैकड़ों लोग अपना घर छोड़कर जा रहे है। हालत इतने खराब थे लोग सड़क पर खड़े होकर पूरी रात बिताने को मजबूर रहे। जिन लोगों के मकान वहे है उनका सभी खाने, पीने, रहने सोने का भी समान खोह नही बहा कर अपने साथ ले लगी है। जिससे उनके आगे बड़ा संकट पैदा हो गया है। घरों से बेघर हुए लोग अब शासन प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे है।

प्रशासन और कोटद्वार विधायिका ऋतु भूषण खंडूरी भी लोगों का हालचाल जानकर उन्हें हर सम्भव मदद का आश्वासन दे रही है। घटना की सूचना पर उपजिलाधिकारी और तमाम लोग आला अधिकारी आपदा ग्रस्त क्षेत्र में पहुंचे और हालात का जायजा लिया। वहीं गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत, कोटद्वार विधायक ऋतु खंडूडी भूषण व भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह रावत व मंडी समिति के अध्यक्ष सुमन कोटनाला ने भी आपदाग्रस्त क्षेत्र का दौरा किया और प्रभावितों को पूरी मदद का भरोषा दिलाया है। आपदा प्रभावित लोगों को अलग अलग जगह स्कूलों व अन्य क्षेत्रों में राहत शिविर बना कर रहने खाने की व्यवस्था बनायी गयी है।

मालन नदी में फंसे 22 व्यक्तियों की बचाई गई जान

कोतवाली कोटद्वार पर सूचना प्राप्त हुई कि मालन नदी के वैकल्पिक मार्ग पर अत्यधिक पानी आ जाने के कारण पुल के बीचों-बीच 22 व्यक्ति फंस गए। जिसकी सूचना पर पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन विभव सैनी के नेतृत्व में कोटद्वार पुलिस मय फायर सर्विस टीम के राहत एवं बचाव उपकरणों के साथ मौके पर पहुँचकर तत्परता से त्वरित कार्यवाही करते हुए पहले 6 व्यक्तियों को सकुशल निकाल लिया गया। तत्पश्चात एसडीआरएफ को सूचित कर स्थानीय पुलिस, SDRF व अग्निशमन कार्मिकों की मदद से शेष सभी 16 व्यक्तियों का सकुशल रेस्क्यू किया गया।