Garhwal-Sport-Club

दीप सिलोड़ी

गढ़वाल स्पोर्ट क्लब उत्तराखंड मूल के खिलाड़ियों को प्रीमियर लीग के माध्यम से प्लेटफार्म देता है और प्रवासी उत्तराखंड के युवाओं को खेलों के प्रति जोड़कर उनको आगे बढ़ाने के लिये निरन्तर दिल्ली एनसीआर में काम कर रहा है। आपको बता दे गढ़वाल स्पोर्ट क्लब महरौली द्वारा यह सेकंड नॉक आउट क्रिकेट प्रीमियर लीग का आयोजन आगामी सात मार्च से वसंत कुंज में किया जा रहा है। गढ़वाल स्पोर्ट क्लब ने अपना पहला प्रीमियर लीग मैच भी वसंत कुंज में ही आयोजित किया था। जिसमे उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों का पूरा सहयोग उनको मिला था, साथ ही समाज से जुड़े लोगों ने भी उनके इस कार्य को सपोर्ट किया था। उसी हौसले व जज्बे ने उनको फिर से प्रेरणा दी और इस बार फिर उनके द्वारा सेकंड नॉक आउट क्रिकेट प्रीमियर लीग का आयोजन होने जा रहा है।

इसी को लेकर आज गढवाल स्पोर्ट क्लब के अध्यक्ष वसंत पटवाल की अध्यक्षता में दिल्ली के उत्तराखण्ड सदन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गयी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में गढवाल स्पोर्ट क्लब के अध्यक्ष वसन्त पटवाल व उनकी पूरी कार्यकरणी के साथ इसबार भाग ले रही 44 टीमों के कप्तान भी मौजूद रहे।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के द्वारा सभी खिलाड़ियों को टूर्नामेंट के नियम कानून से अवगत कराया गया। साथ ही सभी को टीशर्ट दी गयी। इसके अलावा टूर्नामेंट के फाइनल में पहुँचने वाली टीम को क्या पुरस्कार दिए जाएंगे इसके बारे में भी अवगत किया गया। ज्यादातर मैच रविवार को ही खेले जायेंगे हालाँकि कि अगर कोई टीम शनिवार को भी खेलने की इच्छुक हों तो शनिवार को भी मैच रखा जा सकता है। यह टीमो पर निर्भर करता है। पर्ची के माध्यम से सभी टीमो के मैचों का एलान किया गया और किस टीम को किस टीम के साथ खेलना है उसकी जानकारियां भी कप्तान को दी गयी। पूरी पारदर्शिता के साथ गढ़वाल स्पोर्ट क्लब महरौली द्वारा यह प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई।

गढ़वाल स्पोर्ट क्लब महरौली द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी टीमो के कप्तानों को यह संदेश भी दिया गया कि उत्तराखंड देवभूमि की संस्कृति व परम्पराओं के साथ सभी खिलाड़ी जुड़ेंगे ओर खेलों के माध्यम से उत्तराखण्ड का नाम रोशन करेगे।

गढ़वाल स्पोर्ट क्लब की पूरी कोशिश रहेगी कि जो भी खिलाड़ी अच्छा परफॉर्मंस देगा उसको उसकी मंजिल तक पहुचाने के लिए प्रयासरत रहेगा। इस अवसर पर कई समाजसेवी व समाज से जुड़े लोग भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए।

जिस तरह से दिल्ली एनसीआर में खेलों के लिय संस्थाए आगे आर ही हैं और खिलाड़ियों को प्लेटफॉर्म दे कर उनको मंच प्रदान कर रही है, उससे उत्तराखण्ड के प्रवासी युवाओ में जोश साफ नजर आ रहा है।