उत्तरकाशी: उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी जिले में भूस्खलन से जबरदस्त तबाही की खबर आ रही है। गंगोत्री राजमार्ग पर भारी भूस्खलन के कारण लगभग 700 तीर्थयात्री फंस गए। उत्तरकाशी के धराली में भारी वर्षा के चलते खीर गंगा उफान पर आ गई। नदी का जलस्तर बढ़ने से पानी मलबे के साथ गंगोत्री हाईवे पर बहने लगा। जिससे धराली कस्बे में 20 से ज्यादा होटलों, दुकानों और घरों में मलबा घुस गया। सड़क के किनारे खड़े वाहन भी मलबे में दब गये हैं। भूस्खलन व भरी बारिश के चलते भारी मात्रा में मलबा आने से धराली गांव और बाजार के लोग दहशत में आ गए हैं।
संचार की सुविधा न होने के कारण प्रशासन को घटना का पता सुबह में चल पाया। सूचना मिलते ही डीएम और एसडीएम अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और तबाही से बर्बाद हुए दुकानों एवं घरों का जायजा लिया। गंगोत्री हाईवे पर यातायात बाधित हो गया। उधर, गंगोत्री से आ रहे यात्रियों और कांवड़ियों को रास्ता पार कराने के लिए मौके पर एसडीआरएफ और पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए हैं।
भूस्खलन से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिये गत वृहस्पतिवार को धराली गये डीएम डा. आशीष कुमार व अन्य अधिकारी गंगानानी डबरानी के बीच पहाड़ी के दरकने से हाईवे बंद हो जाने से रात्रि को मुख्यालय नहीं लौट पाये है। ख़बरों के मुताबिक भूस्खलन की वजह से जिलाधिकारी समेत करीब 700 कांवड़ यात्री फंस गए हैं। बताया जा रहा है कि सीमा सड़क संगठन के जवान मलबा हटाने में जुटे हुए हैं। इस बीच भटवाड़ी में तो और बुरा हाल है। भूस्खलन की वजह से पहाड़ों से लगातार आ रहे मलबे के कारण हाईवे को ठीक करने में काफी परेशानी हो रही है। अब बताया जा रहा है कि बड़ी मशक्कत के बाद अभी तक केवल दोपहिया वाहनों के लिए ही रास्ता तैयार हो पाया है। इस वजह से बाइक सवार कांवड़िए तो निकल गए हैं लेकिन मौके पर अभी भी कई गाड़ियां और सैकड़ोंकांवड़िए फंसे हुए हैं। सीमा सड़क संगठन के मुताबिक रास्ते को देर रात तक सुचारु कर दिया जाएगा।
शनिवार से भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने शनिवार से बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान देहरादून, टिहरी, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर, चम्पावत और नैनीताल में भारी बारिश के आसार हैं। विभाग ने सलाह दी है कि यह स्थिति सोमवार तक बनी रह सकती है।