देहरादून: प्रेमनगर पुलिस ने पड़ोसी के बैंक खाते/एटीएम कार्ड से पेटीएम अकाउंट बनाकर लाखों रुपये की खरीदारी करने वाले दम्पत्ति को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित दम्पत्ति के पास से ऑनलाईन खरीदा गया सामान बरामद हुआ है। आरोपित पीड़ित परिवार की नाबालिग बेटी को नौकरी का झांसा देकर उसका मोबाइल मंगवाया करते थे। जिसके बाद वे बैंक से आए ट्रांजेक्शन डिटेल को डिलीट कर देते थे।
प्रेमनगर पुलिस के अनुसार प्रेमनगर निवासी सोनिया पत्नी राजेश ने पुलिस को बताया कि उसके पति राजेश का ओरिएंटल बैंक ऑफ कामर्स में अकाउंट है। जिसमें उन्होंने 4 सितम्बर 2018 को नया एटीएम कार्ड लिया था। इसके बाद 24 सितम्बर को जब वह बैंक से रकम निकालने गई तो बैंक स्टेटमेंट से पता चला कि उसके खाते से 3,32,000 रुपये की रकम निकाली गई है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। सोनिया ने पुलिस को बताया कि उसके न ही किसी को अपने एटीएम कार्ड के संबंध में जानकारी दी है और न ही किसी को एटीएम का नंबर बताया है। किसी ने फोन पर उससे अकाउंट के सम्बध में कोई जानकारी भी नहीं ली है। इसके बावजूद उसके अकाउंट से रकम निकाली गई है। इस पर पुलिस टीम ने तुरंत ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में प्रबंधक से सम्पर्क करने राजेश के खाते की स्टेटमेंट निकाली।
स्टेटमेंट से पता चला की रकम पेटीएम के माध्यम से निकाली गई है और बैंक से इस ट्रांजेक्शन का मैसेज भी सोनिया के मोबाइल पर हर बार डिलीवर हुआ है। इस पर पुलिस टीम ने सोनिया का मोबाइल चेक किया तो उसमें कोई भी मैसेज नहीं था। बैंक प्रबंधक ने बताया कि जिस शख्स के एटीएम से रकम निकाली गई है उसने सोनिया के कार्ड नंबर से ही पेटीएम बनाया होगा। इस पर पुलिस ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन से सर्विलांस संबंधी जानकारी ली। साईबर पुलिस ने बताया कि यदि सोनिया के पेटीएम से रकम निकली है तो ओटीपी एकाउंट धारक के मोबाइल में जरूर आया होगा। बिना ओटीपी के रकम निकालना संभव नहीं है। इस पर पुलिस ने सोनिया से जानकारी ली तो उसने बताया कि उसके मोबाइल में कोई ओटीपी नहीं आया। जिससे यह शक हुआ कि जरुर सोनिया के परिवार से ही कोई इस काम में शामिल है।
सोनिया ने भी बताया कि हो सकता है की उसकी पुत्री ने किसी को पार्सवड या ओटीपी बताया हो। इस पर पुलिस ने सोनिया की नाबालिक पुत्री को विश्वास में लेकर पूछताछ की। पुत्री ने बताया कि उसके पड़ोस में एक बंगाली युवक और उसकी पत्नी रहती है। जिनके घर में उसका आना जाना है। उन्होंने कई बार उससे मोबाइल मंगवाया था। उनके कहने पर नाबालिग पड़ोसियों के घर में कई बार मोबाइल लेकर गई थी। इस पर पुलिस टीम ने पड़ोसी बंगाली युवक विशाल देवनाथ निवासी ग्राम राम ठाकुर बिलोनिया दक्षिण पूरा त्रिपुरा (हाल निवासी विंग नंबर 3 प्रेमनगर) और उसकी पत्नी नमिता उर्फ मोना से पूछताछ की। दोनों के मोबाइल चेक किए गए तो विशाल देवनाथ के मोबाइल में एक पेटीएम अकाउंट पाया गया। इस पेटीएम अकाउंट को चेक करने पर पाया कि उसमें जो एटीएम कार्ड का नम्बर डाला गया है वह सोनिया के पति राजेश का एटीएम का कार्ड नम्बर है। विशाल से सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
पुलिस पूछताछ में आरोपित बंगाली दम्पत्ति ने बताया कि उन्होंने सोनिया की बेटी को नौकरी का झांसा और उससे उसके घर में कोई बैंक अकाउंट होने के बारे में पूछा। सोनिया की बेटी ने बताया कि उसके पापा राजेश का अकाउंट है। फिर उन्होने एटीएम के बारे में पूछा। जिस पर नाबालिग ने एटीएम कार्ड होने की बात भी बताई। उन्होंने नाबालिग को नौकरी झांसा देते हुए कहा कि नौकरी के लिए अकाउंट नम्बर और एटीएम कार्ड की आवश्यकता पड़ेगी। जिस पर नाबालिग ने अपने पिता राजेश का अकाउंट नम्बर और एटीएम कार्ड दे दिया। आरोपितों ने यह बात उसे घर में बताने को मना किया।
इसके बाद आरोपितों ने सोनिया के पति राजेश के अकाउंट से करीब 3,32,000 रुपये पेटीएम से निकाल लिए। जब भी आरोपिता पेटीएम से रकम निकालते थे, सोनिया की बेटी से उसका मोबाइल अपने घर पर मंगा लेते थे और जो भी ओटीपी मोबाइल में आता था उसे पेटीएम अकाउंट में डालकर इस्तेमाल करने के बाद ओटीपी को सोनिया के मोबाइल से भी डिलीट कर देते थे। आरोपित विशाल के मोबाइल को कब्जे में लिया गया। उसके कमरे की तलाशी में ज्वेलरी, बाईक आदि बरामद हुई। यह सब सामान सोनिया के कार्ड से पेटीएम का इस्तेमाल कर खरीदा गया था। मामले में पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से सोनिया के खाते से खरीदे गए एक सोने की चेन, सोने की रिंग, सोने की बाली, बाईक और एक एलईडी टीवी के साथ ही प्रेशर कुकर, रोटी मेकर, इंडक्शन चूल्हा, कपड़े और चार मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।