देवप्रयाग : उत्तराखंड के देवप्रयाग में आतंक का पर्याय बन चुके आदमखोर तेंदुए को कल रात आखिरकार ढेर कर दिया गया है। इस कई लोगों को मौत के घाट उतारने वाला एक आदमखोर गुलदार आखिरकार कल देर रात करीब एक हफ्ते यहाँ डेरा डाले प्रसिद्ध शिकारी जॉय हुकिल की गोली का शिकार बन गया है। यह गुलदार शिकारी जॉय हुकिल का 38 वां शिकार था। मारा गया गुलदार लगभग सात साल का नर है। जिसके बाद क्षेत्र के लोगों ने राहत की साँस ली है।
बतादें कि इस क्षेत्र में बीते कई दिनों से आदमखोर गुलदार का आतंक बना हुआ है। पिछले सप्ताह ही डाक बंगला रोड पर एक युवक को भी गुलदार ने अपना निवाला बना दिया था। उससे पहले भी गुलदार कई लोगों को अपना निवाला बना चुका है। इससे पहले 8 अगस्त को मलेथा गाँव में आदमखोर तेंदुए ने घर के बरामदे में सो रही 31 वर्षीय युवती को अपना शिकार बना दिया था। जिसका शव लोगों को घर से कुछ दूर खेतों में मिला। इस घटना के दो दिन बाद ही 10 अगस्त को तेंदुए ने नजदीकी बडोला गांव में भी घर के बरामदे में सो रही 45 वर्षीय महिला पर हमला कर दिया था। हालाँकि महिला के शोर मचाने पर तेंदुआ वहां से भाग गया था। इसी क्षेत्र के फरस्वाड़ी में भी एक बुजुर्ग असाड़ी देवी (68) को गुलदार ने घर में घुसकर घायल कर दिया था। उसके बाद बीते 15 अगस्त को मलेथा गांव के सरकारी स्कूल में स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण के दौरान आदमखोर तेंदुए ने स्कूल के अन्दर घुसकर वहां लोगों पर अचानक हमला कर दिया था। तेंदुए के हमले में वन दरोगा सहित चार लोग जख्मी हो गए थे। हालाँकि उक्त घटनाओं के बाद कीर्तिनगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत मलेथा गांव में वन विभाग की टीम द्वारा एक तेंदुए को पिंजड़े में कैद किया गया था।