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कल्जीखाल: उत्तराखण्ड को देवभूमि के अलावा वीरभूमि या सैन्यभूमि के नाम से भी जाना जाता है। वीरभूमि या सैन्यभूमि इसलिए क्योंकि उत्तराखण्ड में शायद ही कोई ऐसा गांव होगा जिस गाँव से कोई व्यक्ति सेना में न हो। सेना में रहते हुए यहाँ के कई वीर जवानों ने देश के लिए अपना बलिदान दिया है। उन्ही बलिदानी युवा सैनिकों में से एक शहीद मुकेश कुमार पांडे हैं। जो ग्राम कलेथ पट्टी मनियारस्यू, विकासखण्ड कल्जीखाल के रहने वाले थे और सिंगल कोर 5वीं माउंटेन डिवा तांगा तेजपुर आसाम में सेवारत थे। 1997 में जब तत्कालीन भारत सरकार ने पूवोत्तर से आतंकवाद समाप्त करने के लिए ऑपरेशन रक्षक अभियान चलाया था उसी दौरान आतंकवादियों के विरूद्ध की गई कार्यवाही में शहीद मुकेश कुमार पांडे दो अन्य साथियों के साथ अपना सर्वोच्च बलिदान देकर देश के लिए शहीद हो गए थे। उनकी याद में शहीद मुकेश पांडे स्मृति समिति द्वारा उनके पैत्रिक गाँव कलेथ, मनियारस्यूं में आगामी 16 मार्च को शहीदी दिवस कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। शहीद मुकेश कुमार पांडे स्मृति समिति कलेथ के अध्यक्ष सुनील कुमार पांडे ने बताया कि शहीदी दिवस कार्यक्रम में ब्लॉक प्रमुख कल्जीखाल श्रीमती बीणा राणा, जिला पंचायत सदस्य सजंय डबराल, क्षेत्र के प्रधान, पूर्व सैनिक आदि की उपस्थिति में शहीद मुकेश कुमार पांडे को श्रधांजलि देते हुए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। जगमोहन डांगी की रिपोर्ट।