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देहरादून: उत्तराखण्ड और हरियाणा के मध्य जल्द ही किसाऊ और रेणुका बहुद्देशीय परियोजनाओं के सम्बन्ध में एमओयू किया जाएगा। दोनों राज्यों के मध्य किसाऊ बहुद्देशीय परियोजना से सम्बन्धित बिजली व पानी की भागीदारी के सम्बन्ध में निर्णय हो गया है। परियोजना से उत्तराखण्ड को बिजली व हरियाणा को 47 प्रतिशत पानी आपूर्ति होगी। उत्तराखण्ड व हरियाणा संयुक्त रूप से केन्द्र सरकार से आग्रह करेंगे कि किसाऊ के सम्बन्ध में जल्द से जल्द टेन्डर की अनुमति प्रदान की जाए। किसाऊ, लखवाड़ व रेणुका बहुद्देशीय परियोजनाओं को ससमय पूरा करने हेतु राज्यों के सामूहिक प्रयास पर बल दिया जा रहा है। लखवाड़ बहुद्देशीय परियोजना को आगामी 4 सालों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। लखवाड़ परियोजना से हरियाणा को 160 क्यूसेक पानी की प्रतिवर्ष आपूर्ति होगी।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि तीनो परियोजनाओं को ससमय पूरा करने हेतु साझा प्रयास किए जा रहे है। राज्यों के अन्तिम सयुंक्त प्रयास के तहत केन्द्र सरकार से अनुरोध किया जाएगा कि परियोजनाओं के टेन्डर प्रक्रिया आरम्भ करने हेतु जल्द से जल्द अनुमति दी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि लखवाड़, किसाऊ और रेणुका बहुद्देशीय परियोजनाओं से दोनों राज्यों के बिजली व पानी की जरूरते पूरी होगी। जल्द ही उत्तराखण्ड व हरियाणा के बीच परिवहन के सम्बन्ध में भी एमओयू किया जाएगा।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने कहा कि जो कार्य गत 40 वर्षो से लम्बित पड़े थे, केन्द्र व राज्य सरकारो के मध्य बेहतर समन्वय से आज जल्द से जल्द पूरे हो रहे हैं। आज केन्द्र व राज्यों में निर्णायक सरकारे कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बीच शुक्रवार को सहस्त्रधारा हैलीपैड गेस्ट हाउस में किसाऊ, लखवाड़ व रेणुका जल विद्युत परियोजनाओं के सम्बन्ध में चर्चा की गई। इस अवसर पर प्रमुख सचिव आन्नद बर्द्धन व उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम लिमिटेड के प्रबन्ध निदेशक एस एन वर्मा व अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।