Best Mountain Destination Munsiyari

Munsiyari Best Mountain Destination : उत्तराखंड के सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के एक खूबसूरत पर्वतीय स्थल मुनस्यारी को टूरिज्म सर्वे अवार्ड में बेस्ट माउंटेन डेस्टिनेशन का अवार्ड मिला है। यह अवार्ड नई दिल्ली स्थित एक होटल में आयोजित पर्यटन शिखर सम्मेलन और पुरस्कार समारोह में केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री भारत सरकार अर्जुन राम मेघवाल व प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के अलावा हिमाचल प्रदेश के उद्योग मंत्री हर्षवर्द्धन चौहान, पर्यटन सचिव अरविंद सिंह, चैयरमैन आरटीडीसी धर्मेंद्र राठौड़ व राज चेंगप्पा की मौजूदगी में दिया गया।

मुंस्यारी को बेस्ट माउंटेन डेस्टिनेशन का अवार्ड मिलने पर पर्यटन मंत्री उत्तराखंड सरकार सतपाल महाराज ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मान पर्यटन के प्रति राज्य सरकार की दूरगामी सोच और उत्तराखंड को बेहतर राज्य बनाने में जुटे हर जन को समर्पित है।

इस मौके पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि आगामी योग महोत्सव के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। प्रदेश में 1 से 7 मार्च, 2023 तक योग और आध्यात्मिकता की अंतरराष्ट्रीय राजधानी ऋषिकेश में अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव (IYF) 2023 का आयोजन किया जा रहा है। योग महोत्सव में देश के प्रसिद्ध योग संस्थानों जैसे ईशा फाउंडेशन, आर्ट ऑफ़ लिविंग, कृष्णामाचारी योग मंदिरम, कैवल्यधाम, शिवानंद आश्रम आदि के योगाचार्य भाग लेंगे। इसमें देश विदेश से लोग हिस्सेदारी करेंगे।

मुनस्‍यारी  के बारे में

मिनी कश्मीर के नाम से प्रसिद्ध मुनस्‍यारी उत्तराखंड के सीमांत जनपद पिथौरागढ़ का एक खूबसूरत पर्वतीय स्थल है। मुनस्यारी की सीमा एक तरफ तिब्बत और दूसरी तरफ नेपाल से लगी है। मुनस्यारी की समुंद्र तल से उचाई 2200 मीटर है। मुनस्यारी चारो ओर से पर्वतों से घिरा हुआ है। मुनस्‍यारी के सामने विशाल हिमालय पर्वत श्रंखला का विश्‍व प्रसिद्ध पंचचूली पर्वत (हिमालय की पांच चोटियां) जिसे किवदंतियो के अनुसार पांडवों के स्‍वर्गारोहण का प्रतीक माना जाता है, बाई तरफ नन्‍दा देवी और त्रिशूल पर्वत, दाई तरफ डानाधार जो एक खूबसूरत पिकनिक स्‍पॉट भी है और पीछे की ओर खलिया टॉप है। काठगोदाम, हल्‍द्वानी रेलवे स्‍टेशन से मुनस्‍यारी की दूरी लगभग 295 किलोमीटर है और नैनीताल से 265 किलोमीटर है।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, पांडवो ने स्वर्गारोहण की शुरुआत यहीं से की थी। द्रौपदी ने अंतिम बार यहीं पर भोजन बनाया था। पंचचुली पर्वत श्रंखला को इसका प्रतीक माना जाता है। मुनस्यारी के बारे में कहावत है , “आधा संसार आधा मुनस्यार”  इस प्रसिद्ध कहावत में मुनस्यार की तुलना आधे संसार के साथ कि है। मतलब मुनस्यार आधे संसार के बराबर है। विश्व प्रसिद्ध ट्यूलिप गार्डन भी यही है।