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हरिद्वार: एक तरफ जहाँ देश में चंद लोग धर्म के नाम पर नफरत की आग फैला रहे हैं वहीँ कुछ लोग ऐसे भी हैं जोकि अमन का पैगाम देकर देश में साम्प्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश कर रहे हैं। इसका जीता जगता उदाहरण ज्वालापुर हरिद्वार में देखने को मिल रहा है। जहाँ मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा कांवड़ यात्रा पर धर्मनगरी हरिद्वार गए शिव भक्तों का ज्वालापुर जटवाड़ा पुल पर कैम्प लगाकर जलपान एवं प्रसाद वितरण कर स्वागत सत्कार किया जा रहा है।

इस नेक कार्य में शामिल हाजी नईम कुरैशी का कहना है कि हरिद्वार आ रहे सभी शिव भक्त हमारे मेहमान हैं। हमारी जिम्मेदारी है कि हम हरिद्वार की गंगा-जमुनी तहजीब को कायम रखते हुए उनका सम्मान व खिदमत करें। शिव भक्तों का सम्मान करने के साथ हम सब होली-दीपावली मिलन आदि कार्यक्रम भी करते हैं। धर्मनगरी में हिन्दू भाई रोजा इफ्तार व ईद मिलादुनबी आदि कार्यक्रमों में शिरकत करते है। दोनो ही समुदाय एक दूसरे के धर्म व आस्था का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत की इन्हीं परम्पराओं व सद्भावना के चलते करोड़ों मुस्लमानों ने पाकिस्तान के प्रस्ताव को ठुकराकर अपनी मातृभूमि हिन्दुस्तान में ही रहने का फैसला किया था।

राव आफाक अली ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हम देवभूमि मे निवास करते है। जहां एक ओर मुस्लिम समाज के धर्म गुरू हजरत अलाउद्दीन अली अहमद साबीर पाक कलयरी निवास करते है। वही दूसरी ओर हरकी पैड़ी पर साक्षात गंगा बहती है। पूरे देश दुनिया के लोगों की आस्था यहां से जुड़ी है। शिव भक्तों का धर्मनगरी हरिद्वार आकर पवित्र गंगा जल ले जाना हरिद्वार वासियो के लिए फक्र की बात है। शिव भक्तों की आस्था व उनके सम्मान की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग देश की एकता, अखण्डता व तरक्की में बाधा उत्पन्न करने का काम करते हैं। हरिद्वार हिन्दू-मुस्लिम एकता, भाई चारे व सद्भावना की जीती जागती मिसाल है। सुख-दुख में सभी एक दूसरे के साथ मिलकर खड़े रहते हैं।

शिव भक्तों की सेवा करने वालों में हाजी नईम कुरैशी, राव आफाक अली, हाजी रफी खान, सुहेल कुरेशी, राव कासिफ, हाजी युनूस, अथर अंसारी, दिलशाद खान, हाजी इरफान अंसारी, आबाद अल्वी, अफजल ख्वाजा, अरशद ख्वाजा, दिलशाद मंसूरी, तनवीर कुरैशी, शहीदुर्रहमान, राव माजीद, राव गुलफाम, राव शहबाज अली एडवोकेट, जीशान कुरैशी, मनव्वर कुरैशी, शाहनजर अंसारी, दानिश अंसारी, गुलहसन अंसारी, रोशन खान, आसिफ मंसूरी, तनवीर मंसूरी, हामिद राव, हाजी इकराम, हाफिज इनाम, जुल्फकार राणा, राव फरमान, रिजवान खान, शहजाद खान, निजाम पठान, राव बाबर, राव इनाम, राव मुबस्सिर, नाजिम खान आदि सहित बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग शामिल रहे।