उत्तराखंड के नैनीताल की एक बेटी ने प्रदेशवासियों को गौरवान्वित होने का मौका दिया है। नैनीताल के मल्लीताल निवासी महेंद्र सिंह भंडारी व नीमा भंडारी की छोटी बेटी लतिका भंडारी का चयन 29 मई से 6 जून में होने वाली ताइक्वांडो की विश्व चैंपियनशिप के लिए हुआ है। लतिका का पिता महेंद्र सिंह भंडारी असम राइफल्स से सेवानिवृत्त हैं।
मात्र 10 वर्ष की उम्र से ताइक्वांडो खेल रही लतिका अब तक अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में चार स्वर्ण, तीन रजत, एक कांस्य पदक जीत चुकी है। लतिका ने 11वीं तक की शिक्षा नैनीताल के बालिका विद्या मंदिर से प्राप्त की। इसके बाद 2008 में वह प्रशिक्षण के लिए भोपाल चली गई थीं। वहां उन्होंने मध्य प्रदेश में एक खेल छात्रावास में भाग लेकर खेलों के प्रति अपने जुनून को आगे बढ़ाया। इसके एक साल बाद ही 2009 में वह 29वें नेशनल जूनियन ताइक्वांडो के 53 किग्रा वर्ग में शामिल हुई, जिसमें उसने पहली बार स्वर्ण पदक झटका और फिर आगे ही बढ़ती गईं। लतिका को 2012 में मध्य प्रदेश सरकार से खेलों में प्रतिष्ठित विक्रम अवार्ड व 2013 में स्पोर्ट्स टाइम अवार्ड भी मिल चुका है। फिलहाल वह मध्य प्रदेश भोपाल की ओर से खेलने के साथ ही कोच के रूप में खिलाड़ी तैयार कर रही है।
पिछले साल महाराष्ट्र के नासिक में खेली गई ग्रैंड फाइनल ऑफ इंडियन ताइक्वांडो 2022 चैंपियनशिप में उत्तराखंड राज्य के लिए खेलते हुए लतिका ने 53 किलोग्राम भार वर्ग में भाग लिया और स्वर्ण पदक जीता था, और ‘चैंपियन ऑफ चैंपियंस’ बनीं। इसके अलावा भी 2010 में बेंगलुरू में हुई सीनियर ताइक्वांडो प्रतियोगिता, 2011 में राजस्थान में आयोजित नेशनल जूनियर, 2012 में दिल्ली में आयोजित नेशनल सीनियर ताइक्वांडो, 2013 में भोपाल में आयोजित नेशनल जूनियर-सीनियर ताइक्वांडो व 2014 में मणिपुर में 32वें नेशनल सीनियर ताइक्वांडो में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं।
2011 में रांची में आयोजित नेशनल गेम्स, 2015 में जालंधर में नेशनल सीनियर ताइक्वांडो, त्रिवेंद्रम में आयोजित रार्ष्ट्रीय खेल, जबलपुर में सीनियर ताइक्वांडो चौंपियनशिप जबलपुर, जम्मू कश्मीर में 35वीं नेशनल ताइक्वांडो चौंपियनशिप आदि राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी उसने स्वर्ण पदक जीता।