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देहरादून: उत्तराखण्ड में शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विश्व की खूबसूरत ढलानों में से एक विंटर डेस्टिनेशन औली में पर्यटन विभाग ने स्कीइंग कोर्स व राष्ट्रीय जूनियर स्कीइंग प्रतियोगिता के आयोजन के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। वर्ष 2018-19 में होने वाले शीतकालीन खेलों के लिए कृत्रिम बर्फ बनाने की मशीन को दुरुस्त कर लिया गया है, जिसके बाद से कृत्रिम बर्फ बनाने का कार्य शुरू हो गया है। इस बार औली में नवम्बर में बर्फबारी होने से उचित तापमान मिलने के बाद मशीन से कृत्रिम बर्फ बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। औली में आजकल भी प्राकृतिक बर्फ़बारी भी अच्छी खासी हो रही है।

बता दें कि वर्ष 2011 में सैफ गेम्स आयोजन के दौरान औली में कृत्रिम बर्फ बनाने वाली मशीन खरीदी गई थी। सैफ गेम्स के दौरान ही उचित तापमान न मिलने व बाद में मशीन में तकनीकी खराबी आने के बाद यह मशीन काम नहीं कर पा रही थी। अब मशीन की मरम्मत करा दी गई है और बर्फबारी होने के बाद औली में कृत्रिम बर्फ बनाने का काम भी शुरू कर दिया गया है।

जनवरी के प्रथम सप्ताह से शुरू होंगे स्कीइंग कोर्सauli-uttarakhand

गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा प्रतिवर्ष चमोली जनपद के औली में स्कीइंग कोर्सेज आयोजित करवाए जाते हैं। इस वर्ष सात दिवसीय व 14 दिवसीय स्कीइंग कोर्स करवाए जा रहे हैं। सात दिवसीय कोर्स के लिए 30 सीटें, जबकि 14 दिवसीय कोर्स के लिए 10 सीटें रखी गई हैं। यह कोर्स जनवरी के प्रथम सप्ताह से शुरू होंगे। उन्होंने बताया कि निगम द्वारा स्कीइंग के सफल संचालन के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं।

फरवरी के प्रथम सप्ताह से शुरू होगी प्रतियोगिताauli-winter-destination

सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि स्नो मेकिंग मशीन से बर्फ बनाने का काम शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि स्नो मेकिंग मशीन के लिए समुचित रखरखाव को सुनिश्चित करने के लिए एक मेंटेनेंस कॉन्ट्रेक्ट किए जाने का प्रस्ताव है। इसके क्रम में 17 दिसंबर को फ्रांस से पोमा कंपनी के इंजीनियर इस पर हस्ताक्षर करने के लिए भारत आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जूनियर वर्ग की राष्ट्रीय स्कीइंग प्रतियोगिता की आयोजन की स्वीकृति मिल गई है। फरवरी के प्रथम सप्ताह से इस प्रतियोगिता को शुरू करने की योजना है। उन्होंने कहा कि आगामी वर्ष में दक्षिण एशियाई स्कीइंग प्रतियोगिता के आयोजन के भी प्रयास किए जा रहे हैं।